Ecom Express IPO: मुनाफे की होगी होम डिलीवरी या Delhivery की तरह मिलेगा फुस्स रिटर्न?
बिजनेस टू कस्टमर (B2C) लॉजिस्टिक सॉल्युशन देने वाली Ecom Express को IPO लाने के लिए सेबी से मंजूरी मिल चुकी है. कंपनी ने इसी साल अगस्त में ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट (DRHP) जमा कराया था. इसमें कंपनी ने बताया है कि आईपीओ के जरिये 2,600 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है.
बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए शुरू से आखिर तक लॉजिस्टिक सॉल्युशन देने वाली Ecom Express IPO लाने वाली है. कंपनी को आईपीओ लाने के लिए सेबी से मंजूरी मिल चुकी है. डीआरएचपी के मुताबिक कंपनी बाजार से बुक बिल्ट इश्यू के जरिये 2,600 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. यह फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल का मिक्चर होगा. बहरहाल, बड़ा सवाल यही है कि आईपीओ के जरिये कंपनी अच्छे रिटर्न देगी या अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी Delhivery की तरह निवेशकों को निराश करेगी.
इस तरह होगा IPO का स्ट्रक्चर
Ecom Express IPO के तहत 1,284.50 करोड़ रुपये फ्रेश शेयर इश्यू कर जुटाएगी. शेष रकम प्रमोटर्स व अन्य शेयरहोल्डर्स के शेयरों को ओएफएस के तहत बेचकर जुटाई जाएगी. शेयर्स की फेस वेल्यू 1 रुपये रखी गई है. डीआरएचपी के मुताबिक आईपीओ में 10 फीसदी शेयर रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व किए गए हैं. क्यूआईबी के लिए 75 फीसदी शेयर रिजर्व हैं. इसके अलावा एचएनआई के लिए 15 फीसदी का रिजर्वेशन है. आईपीओ एनएसई और बीएसई पर मेनबोर्ड कैटेगरी में सूचीबद्ध होगा.
कौन कितना हिस्सा बेच रहा
डीआरएचपी में दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी के प्रमोटर्स में शामिल कोटला सत्यनारायण, मंजू धवन, कोटला श्रीदेवी, कोटला रत्नांजलि, ईगलबे इन्वेस्टमेंट, पीजी एस्मेरलाडा शामिल हैं. इसके अलावा ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट, जयंती कृष्णन, रबेया सक्सेना और सहेबा सक्सेना अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं.
इनके हाथ में संचालन
ईकॉम एक्सप्रेस के आईपीओ के लिए इस बुक-रनिंग लीड मैनेजर यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड और एक्सिस कैपिटल लिमिटेड हैं. लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इस पेशकश के लिए रजिस्ट्रार है.
कहां जाएगी आईपीओ की रकम
कंपनी ने सेबी को दिए दस्तावेज में बताया कि आईपीओ से मिलने वाली रकम का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट कामकाज और अन्य सामान्य बिक्री, कंप्यूटर और आईटी उपकरणों में निवेश के लिए किया जाएगा. इसके अलावा कर्ज का भुगतान भी किया जाएगा. इसके साथ ही कंपनी क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, डाटा साइंस के लिए नया केंद्र खोलेगी. इससे कंपनी का काम आसान होगा. कंपनी अगर प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के जरिये 257 करोड़ रुपये जुटाती है, तो यह रकम फ्रेश इश्यू साइज से कम कर दी जाएगी.
कैसा चल रहा कंपनी का कारोबार
ईकॉम एक्सप्रेस लिमिटेड देश की अकेली ऐसी बी2सी ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स सेवा देने वाली कंपनी है, जो पूरे भारत में नेटवर्क संचालित करती है. इसके नेटवर्क में फर्स्ट-माइल पिक-अप, मिड-माइल ट्रांसपोर्टेशन और लास्ट-माइल डिलीवरी के साथ ही रिवर्स लॉजिस्टिक्स और फुलफिलमेंट सेवा भी देती है. कंपनी देश के टियर 2+ क्षेत्रों में सबसे व्यापक कवरेज रखती है और 27,000 से ज्यादा पिनकोड को कवर करती है.
देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी
बी2सी कारोबार के लिहाज से ईकॉम देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है. 2013 में अपने गठन के बाद से कंपनी ने 200 करोड़ से ज्यादा शिपमेंट संभाल चुकी है. 2020 और 2024 के बीच कंपनी 33.46% की CAGR से बढ़ी है. 2023-24 में कंपनी की कुल आय वित्त वर्ष 2023-24 में 2,575.52 करोड़ और वित्त वर्ष 2022-23 में 2,120.89 करोड़ से बढ़कर 2,652.89 करोड़ हो गई. इसमें लगातार वृद्धि हो रही है. इसके अलावा कंपनी के घाटे में लगातार कमी हो रही है. 2023-24 के लिए कंपनी का घाटा 255.87 करोड़ रहा, जो इससे पहले 428.13 करोड़ था.
कैसा रहा Delhivery का प्रदर्शन
Delhivery ने 2022 में 5,235.00 करोड़ रुपये का बुक बिल्ट इश्यू पेश किया था. इसमें 4,000.00 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर इश्यू किए गए और 1,235.00 करोड़ रुपये के ऑफर फॉर सेल के जरिये प्रमोटर्स व शेयरहोल्डर्स ने हिस्सेदारी बेची. कंपनी के शेयर की प्राइस फिलहाल इश्यू प्राइस से 36 फीसदी नीचे हैं. मंगलवार को Delhivery share price 341 रुपये रही.
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