IPO लाने की तैयारी में Groww, 700 मिलियन डॉलर जुटाने का प्लान
ब्रोकिंग कंपनी ग्रो जल्द ही अपना आईपीओ लाने वाली है. इसके लिए इंवेस्टर बैंकरों से बातचीत की जा रही है. ऐसे में निवेशकों के पास कमाई का एक और मौका होगा. तो कब तक हो सकती है लॉचिंग, क्या है प्लान यहां जानें पूरी डिटेल.
Groww IPO: देश की प्रमुख स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी Groww जल्द ही अपना आईपीओ लाने वाली है. इसके लिए कंपनी ने तैयारी तेज कर दी है. हाल ही में अपनी होल्डिंग कंपनी को अमेरिका से भारत में शिफ्ट करने पर ब्रोकिंग फर्म ने यह फैसला किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ग्रो ने अपने IPO के लिए कई निवेश बैंकरों से बातचीत शुरू की है, जिसका लक्ष्य लगभग 700 मिलियन डॉलर जुटाना है. इससे कंपनी का मूल्यांकन 7 से 8 बिलियन डॉलर के बीच होने की उम्मीद है.
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक के मुताबिक Groww ने अपने IPO प्रक्रिया को शुरू करने के लिए इंवेस्टमेंट बैंकरों से संपर्क किया है. हालांकि आईपीओ के लिए अभी समय सीमा तय नहीं की गई है. यह बाजार की स्थितियों पर निर्भर करेगा. बता दें यह खबर ऐसे समय में आई है जब भारतीय बाजार नियामक SEBI ने फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O) ट्रेडिंग पर नियंत्रण लगाया है, जिसकी वजह से छोटे खुदरा व्यापारियों की ओर से की जाने वाली अटकलों को कम करने का प्रयास किया गया है.
प्रतिद्वंदी कंपनियों को टक्कर देने की कोशिश
Groww देश की सबसे बड़ी डिस्काउंट ब्रोकरेज कंपनी है जिसके प्लेटफॉर्म पर दिसंबर 2024 तक कुल 1.3 करोड़ एक्टिव इंवेस्टर्स (Active Investors) हैं. ग्रो इसके जरिए अपनी प्रतिद्वंदी कंपनियों को मात देना चाहती है. दूसरे पायदान पर मौजूद जीरोधा (Zerodha) के कुल 81 लाख एक्टिव इंवेस्टर्स हैं. Angel One के कुल 78 लाख इंवेस्टर्स हैं. नवंबर 2024 तक Groww ने 50 लाख से ज्यादा यूजर्स जोड़े हैं. स्टॉक ब्रोकिंग के अलावा Groww की एसेट मैनेजमेंट कंपनी के साथ एनबीएफसी कंपनी भी है जिसके जरिए वो कर्ज देती है.
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कैसा है फाइनेंशियल स्टेट?
Groww का ऑपरेशनल प्रॉफिट वित्त वर्ष 2023-24 में 17 फीसदी बढ़कर 535 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो कि एक साल पहले 458 करोड़ रुपये रहा था. वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू 1435 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था. 1340 करोड़ रुपये के वन-टाइम डोमिसाइल टैक्स देने के चलते Groww को कंसॉलिडेटेड तौर पर 805 करोड़ रुपया का नुकसान हुआ है क्योंकि कंपनी ने अपने रजिस्टर्ड ऑफिस को पिछले वित्त वर्ष में डेलावेयर (Delaware) से बेंगलुरु ( Bengaluru) शिफ्ट किया था.
क्या है कंपनी का काम?
डायरेक्ट म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म के रूप में काम शुरू करने के बाद, ग्रो ने स्टॉक ट्रेडिंग पर फोकस किया और जल्द ही देश में सबसे बड़े ब्रोकिंग ऐप के रूप में उभरा. वर्तमान में, ग्रो के एप्लीकेशन पर 12 मिलियन से ज्यादा एक्टिव मेंबर्स हैं. स्टॉक ट्रेडिंग के अलावा, ग्रो एक एसेट मैनेजमेंट कंपनी भी चलाती है और एक गैर-बैंकिंग वित्त इकाई के जरिए लोन भी देता है. ग्रो क्रेडिटसर्व टेक्नोलॉजी के जरिए उपभोक्ता ऋण और चेक आउट फाइनेंशियल सर्वित देता है. मार्च 2024 तक, इसने एसेट अंडर मैनेजमेंट के तहत 731 करोड़ रुपये की संपत्ति बनाई थी.