IPO से पहले ही HDFC Bank के इस सब्सिडियरी के शेयरों में उछाल, अनलिस्टेड मार्केट में कंपनी का बोलबाला

HDFC Bank की सहायक HDB Financial Services अपनी IPO लॉन्च करने की तैयारी में है. IPO लॉन्च से पहले ही इसके शेयरों ने अनलिस्टेड मार्केट में हंगामा मचा दिया है. कंपनी इस IPO से 12,500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रख रही है.

HDB फाइनेंशियल सर्विसेज Image Credit: canva

देश के सबसे बड़े बैंकों में शुमार HDFC Bank की सहायक HDB Financial Services अपनी IPO लॉन्च करने की तैयारी में है. कंपनी का बोलबाला इतना की IPO लॉन्च से पहले ही इसके शेयरों ने अनलिस्टेड मार्केट में हंगामा मचा दिया है. अक्टूबर महीने में HDB Financial Services ने मार्केट रेगुलेटर ‘एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया’ (SEBI) के पास कंपनी का कंपनी ने अक्टूबर में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास अपना Draft Red Herring Prospectus (DRHP) जमा किया था.

इन्वेस्टर्स की हैं पैनी नजर

DRHP फाइल करते ही पिछले महीने अनलिस्टेड शेयर की कीमतों में काफी तेजी देखने को मिला. बता दें कि इसकी कीमतों में अब थोड़ी कमी जरुर आई है, लेकिन अब भी यह 1,000 रुपये के ऊपर ही बनी हुई हैं. इससे यह साफ पता चलता है कि इन्वेस्टर्स की HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के IPO में काफी दिलचस्पी है. HDB Financial Services के शेयर इस वक्त अनलिस्टेड मार्केट में 1,295 रुपये प्रति शेयर पर हैं. वहीं कंपनी के शेयर 20 अक्टूबर को 1,450 रुपये प्रति शेयर पर था.

IPO से इतना रुपये जुटाने का है लझ्य

कंपनी ने अक्टूबर में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास अपना Draft Red Herring Prospectus (DRHP) जमा किया था. HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के IPO आने के बावजूद कंपनी, HDFC Bank की सब्सिडियरी कंपनी बनी रहेगी. कंपनी इस IPO से 12,500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रख रही है. मजेदार बात यह है कि IPO में नए शेयरों के साथ-साथ OFD भी रहेगा.

कंपनी में किसकी कितनी हिस्सेदारी

HDB Financial Services में मेजॉरिटी स्टेक HDFC Bank के पास है. HDFC Bank के पास कुल 94.64% हिस्सेदारी है. फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में HDB HDB Financial Services की लोन बुक अनुएली बेस पर 17 फीसदी से बढ़कर 66,000 करोड़ रुपये हो गया था. वहीं 2023-24 में कंपनी का टोटल रेवेन्यू बढ़कर 14,171 करोड़ रुपये हो गया. अब 2024 में प्रफिट बढ़कर 2,460 करोड़ रुपये हो गया. जो ठीक इसके पिछले वित्त वर्ष 2023 में 1,959 करोड़ रुपये था.