हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज के शेयर की मार्केट में एंट्री, 745.50 रुपये हुई लिस्टिंग, जानें- कितना मिला मुनाफा
Hexaware Technologies IPO Listing: स्टॉक एक्सचेंज पर पर हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज के शेयरों की शुरुआत फ्लैट हुई. हेक्सावेयर को सितंबर 2020 में स्टॉक एक्सचेंजों से हटा दिया गया था.
Hexaware Technologies IPO Listing: हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज के शेयरों की एंट्री दलाल स्ट्रीट पर बुधवार 19 फरवरी यानी आज हो गई. स्टॉक एक्सचेंज पर पर हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज के शेयरों की शुरुआत फ्लैट हुई. एनएसई पर शेयर 745.50 पर लिस्ट हुआ, जो इसके इश्यू प्राइस 708 रुपये से 5.29 फीसदी अधिक है. बीएसई पर इसकी लिस्टिंग 3.25 फीसदी बढ़कर 731 रुपये पर हुई.
कितना था प्राइस बैंड?
नवी मुंबई बेस्ड हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज के आईपीओ का प्राइस बैंड 674-708 रुपये प्रति शेयर था और एक लॉट में कुल 21 शेयर थे. आईटी कंपनी ने आईपीओ के जरिए 8,750 करोड़ रुपये जुटाए, जो पूरी तरह से कंपनी के प्रमोटरों और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 12,35,87,570 इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) था.
कितना हुआ था सब्सक्राइब
इस इश्यू को कुल 2.66 गुना सब्सक्राइब किया गया था. क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के हिस्से को 9.09 गुना सब्सक्राइब किया गया. नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के हिस्से को सिर्फ 20 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला. रिटेल निवशकों और कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्से को क्रमश 11 फीसदी और 32 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला था.
क्या करती है कंपनी?
साल 1992 में शुरू हुई हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ग्लोबल डिजिटल और टेक्नोलॉजी सर्विस के कारोबार में लगी है. हेक्सावेयर भारत भर में चेन्नई, पुणे, बेंगलुरु और नोएडा सहित प्रमुख ऑफशोर डिलीवरी सेंटर ऑपरेट करता है, साथ ही श्रीलंका में भी इसकी मौजूदगी है. अपनी ग्रोथ रणनीति के तहत, कंपनी टियर 2 शहरों में विस्तार करने और अहमदाबाद में नए सेंटर स्थापित करने की योजना बना रही है.
कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेपी मॉर्गन इंडिया, एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया और आईआईएफएल सिक्योरिटीज हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर थे, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज ने इश्यू के लिए रजिस्ट्रार की भूमिका निभाई.
हेक्सावेयर को सितंबर 2020 में स्टॉक एक्सचेंजों से हटा दिया गया था. प्रमोटरों ने 475 रुपये प्रति शेयर की डीलिस्टिंग कीमत स्वीकार कर की थी