हुंडई मोटर के IPO खुलने से पहले ही धड़ाम हुआ GMP, आखिर क्यों आ गई इतनी बड़ी गिरावट?
आईपीओ का GMP अपने हाई लेवल 570 रुपये से गिरकर 165 रुपये पर आ गया है. इसका मतलब यह कि कंपनी के शेयर स्टॉक मार्केट में 8.4 फीसदी के प्रीमियम पर लिस्ट हो सकता है.
हुंडई मोटर इंडिया का इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) अगले हफ्ते खुलने वाला है, लेकिन इसके ओपन होने से पहले इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) गिर गया है. हुंडई मोटर इंडिया के आईपीओ का GMP नॉन लिस्टेड मार्केट में 70 फीसदी से अधिक गिर गया है. आईपीओ का GMP अपने हाई लेवल 570 रुपये से गिरकर 165 रुपये पर आ गया है. इसका मतलब यह कि कंपनी के शेयर स्टॉक मार्केट में 8.4 फीसदी के प्रीमियम पर लिस्ट हो सकता है. हुंडई मोटर इंडिया ने अपने आईपीओ के लिए 1,865-1,960 प्रति शेयर प्राइस बैंड तय किया है.
हाई वैल्यूएशन
GMP में गिरावट की वजह, हाई वैल्यूएशन और बढ़ते जियो-पॉलिटिकल तनाव के बीच घरेलू इक्विटी बाजार की अस्थिरता को माना जा रहा है. हालांकि, कंपनी को बिक्री के मोर्चे पर भी संघर्ष करना पड़ रहा है, क्योंकि उसकी इन्वेंट्री एक साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है. इसके अलावा जरूरी पार्ट्स और मैटेरियल्स की बढ़ती कीमतें कंपनी के बिजनेस ऑपरेशन के लिए चुनौती बन सकती हैं.हुंडई मोटर्स पार्ट्स और मैटेरियल्स के लिए सीमित संख्या में सप्लायर पर निर्भर है. पार्ट्स और मैटेरियल्स की उपलब्धता में रुकावट इसके ऑपरेशन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है.
अधिक प्रीमियम की मांग
हुंडई मोटर इंडिया प्राइस अर्निंग रेश्यो के आधार पर मारुति से थोड़ा अधिक और M&M से कम प्रीमियम की मांग कर रही है, जबकी कंपनी प्राइस से बुक वैल्यू के मामले में महंगी है. हुंडई इंडिया एसयूवी की बिक्री में ग्लोबल इमेज के बाद अपनी सेफ्टी रेटिंग, मल्टी सेगमेंट ग्रोथ आउटलुक को देखते हुए अपने प्रीमियम की मांग को उचित ठहरा रही है, जो भारतीय मार्केट में काफी हद तक क्रेटा, एक्सटर और वेन्यू मॉडल पर निर्भर है.
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
वित्तीय मोर्चे पर हुंडई मोटर इंडिया ने मार्च 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में 6,060 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था, जो एक साल पहले की तुलना में 28.7 फीसदी अधिक रहा. कंपनी का रेवेन्यू साल-दर-साल आधार पर 15.8 फीसदी बढ़कर 69,829 करोड़ रुपये हो गया था.
हुंडई आईपीओ डिटेल्स
देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर इंडिया ने आने वाले अपने 27,870 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है. आईपीओ 15 अक्टूबर को ओपन होगा. हुंडई मोटर इंडिया के आईपीओ में शेयरों का कोई फ्रेश इश्यू शामिल नहीं होगा.
आईपीओ में ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए प्रमोटर के 14.22 करोड़ मौजूदा शेयरों की बिक्री शामिल होगी. दक्षिण कोरियाई कार निर्माता कंपनी ने कहा कि उसके पास हुंडई मोटर इंडिया में 670 मिलियन (67 करोड़) शेयर या 82.5 फीसदी हिस्सेदारी बची रहेगी.
कंपनी की योजना
हुंडई मोटर इंडिया ने जून में अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया था, जिसके तुरंत बाद उसे SEBI से मंजूरी मिल गई थी. कंपनी का लक्ष्य 19 बिलियन डॉलर तक का वैल्यूएशन करना है. घरेलू बाजार में लिस्टिंग के साथ कंपनी भारत में अपनी विजिबिलिटी और ब्रांड इमेज को मजबूत करना चाहती है.