IPO : राजस्थानी किसान के बेटे की 7 साल पुरानी कंपनी को 342 की जगह 72,500 करोड़ देने को तैयार निवेशक
KRN Heat Exchanger IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 25 सितंबर को खुला और 27 सितंबर को बंद हो गया. इन तीन दिनों में निवेशकों ने इस कंपनी पर पैसों की बारिश कर दी है. राजस्थान के तिजारा में एक किसान परिवार में पैदा हुए संतोष यादव ने यह कंपनी 2017 में बनाई. महज 7 साल पुरानी कंपनी के आईपीओ को 212 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है.
केआरएन एन हीट एक्सचेंजर आईपीओ को 212 गुना ओवर सब्सक्रिप्शन मिला है. कंपनी बाजार से 342 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. अगर सब्सक्रिप्शन को निवेश रकम के तौर पर देखा जाए, तो निवेशक कंपनी को 72,500 करोड़ रुपये देने को तैयार हैं. कंपनी की 3 अक्टूबर को लिस्टिंग होनी है. ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयरों की कीमत 120 से124% प्रीमियम तक चल रही है. यानी कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 270 से 274 रुपये तक के प्रीमियम पर 490 से 494 रुपये के बीच हो सकती है. वहीं, कंपनी ने आईपीओ के लिए शेयर का प्राइस बैंड 209 से 220 रुपये रखा है. अगर किसी को अपर प्राइस बैंड पर 220 रुपये में भी शेयर अलॉट होता है, तो माना जा सकता है कि उसके निवेश की रकम लिस्टिंग के दिन ही दोगुनी हो जाएगी.
एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक आईपीओ के लिए प्रस्तावित कुल 1,09,93,000 शेयरों के मुकाबले 2,33,05,16,000 शेयरों के लिए बोलियां लगी हैं. गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आलॉटेड सेक्शन में सबसे ज्यादा 428.28 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर कैटेगरी में अलॉटेड शेयरों के मुकाबले 93.45 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. वहीं, संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए अलॉटेड शेयरों पर 253 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है.
किसान के बेटे ने 7 साल में खड़ी की इतनी बड़ी कंपनी
पिछले दिनों एक के बाद एक तमाम आईपीओ आए. लेकिन, वे ज्यादातर कंपनियां काफी पुरानी होती हैं. लेकिन केआरएन महज 7 साल पुरानी है. राजस्थान के अलवर के पास तिजारा के एक किसान के बेटे संतोष यादव की यह कंपनी इस बात की मिसाल है कि भारत के निवेशक कंपनी का दम देखकर निवेश करते हैं.
दिलचस्प है नौकर से मालिक बनने का सफर
44 वर्षीय संतोष कुमार यादव ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. बीटेक करने के बाद संतोष ने लॉयड इलेक्ट्रिक एंड इंजीनियरिंग में एक ट्रेनी ऑपरेटर के तौर पर काम करना शुरू किया. 2013 में उन्होंने लॉयड की नौकरी छोड़कर एक निवेशक के साथ भिवाड़ी में माइक्रो कॉइल्स एंड रेफ्रिजरेशन नाम से एक कंपनी बनाई. बाद में इस कंपनी से अपनी हिस्सेदारी बेचकर 2017 में उन्होंने खुद की कंपनी केआरएन हीट एक्सचेंजर्स एंड रेफ्रिजरेशन लिमिटेड की शुरुआत की और महज 7 साल के भीतर कंपनी अपने क्षेत्र में देश की टॉप कंपनियों में शामिल हो गई है.
कहां इस्तेमाल होगा आईपीओ का पैसा
कंपनी की तरफ से बाजार नियामक सेबी को दिए गए दस्तावेजों के मुताबिक आईपीओ के तहत बाजार से जुटाए गए 342 करोड़ रुपये में से 242.5 करोड़ रुपये का इस्तेमाल राजस्थान के अलवर जिले में नीमराणा औद्योगिक क्षेत्र में मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट बनाने के लिए किया जाएग. शेष रकम का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट कामकाज में होगा.
फिन बनाने से शुरु किया कारोबार
2017 में में जब केआरएन हीट एक्सचेंजर एंड रेफ्रिजरेशन लिमिटेड की स्थापना हुई थी, तो यह सिर्फ फिन और पाइप बनाया करती थी. बाद में हीट वेंटिलेशन एयर कंडीशनिंग और रेफ्रिजरेशन इंडस्ट्री के लिए कॉपर और एल्यूमीनियम फिन और पाइप के साथ ही कंडेंसर कॉइल, इवेपोरेटर यूनिट, इवेपोरेटर कॉइल, हेडर, कॉपर पार्ट्स, फ्लूइड, स्टीम कॉइल और शीट मेटल पार्ट्स बनाती है.
मजबूत है कंपनी की बैलेंस शीट
पिछले वित्तवर्ष में कंपनी का राजस्व साल-दर-साल आधार पर 25% बढ़कर 308 करोड़ रुपये पहुंच गया. वहीं, कर के बाद शुद्ध लाभ साल-दर-साल 22% बढ़कर 39 करोड़ रुपये हो गया. इस तरह कंपनी की बैलेंस शीट भी मजबूत नजर आती है.
केआरएन आईपीओ प्रमुख तथ्य
आईपीओ ओपन डेट | 25 से 27 सितंबर, 2024 |
लिस्टिंग डेट | 3 अक्ब्टूबर |
फेस वैल्यू | 10 रुपये प्रति शेयर |
प्राइस बैंड | 209 से 220 रुपये |
लॉट साइज | 65 शेयर |
इश्यू साइज | 341.95 करोड़ रुपये के 15,543,000 शेयर |
फ्रैश इश्यू | 15,543,000 शेयर |
लिस्टिंग कहां | BSE, NSE |