LPG स्‍टोरेज कंपनी ला रही IPO, सेबी ने दी 3500 करोड़ के इश्‍यू को मंजूरी, कमाई का हो सकता है मौका

LPG और लिक्विड प्रोडक्ट्स के लिए सबसे बड़ी थर्ड-पार्टी टैंक स्टोरेज ऑपरेटर Aegis Vopak Terminals का आईपीओ आ रहा है. सेबी ने इसे मंजूरी दे दी है. इस आईपीओ के जरिए कंपनी अपने कर्ज चुकाने समेत कुछ और कामों को पूरा करेगी. तो कौन है इसका बुक लीड मैनेजर, आईपीओ में क्‍या होगा खास, जानें डिटेल.

Aegis Vopak Terminals का आ रहा है आईपीओ Image Credit: money9

Aegis Vopak Terminals IPO: अगर आप आईपीओ से कमाई करना चाहते हैं तो आपको जल्‍द ही ये मौका मिल सकता है. दरअसल LPG और लिक्विड प्रोडक्ट्स के लिए सबसे बड़ी थर्ड-पार्टी टैंक स्टोरेज ऑपरेटर Aegis Vopak Terminals अपना आईपीओ लाने वाली है. यह इश्‍यू 3500 करोड़ रुपये का होगा. SEBI ने इसके इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लाने की मंजूरी दे दी है. कंपनी ने 18 नवंबर 2024 को अपने IPO दस्तावेज सेबी को सौंपे थे.

कौन है एजिस वोपैक टर्मिनल्स?

Aegis Vopak Terminals, एजिस लॉजिस्टिक्स और नीदरलैंड्स की रॉयल वोपैक की जॉइंट वेंचर कंपनी है. 30 जून 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार, यह कंपनी 1.50 मिलियन क्यूबिक मीटर की लिक्विड स्टोरेज क्षमता रखती है. यह 70,800 मीट्रिक टन की LPG स्टैटिक क्षमता के साथ भारत के पूर्वी और पश्चिमी तटों पर छह प्रमुख बंदरगाहों पर 18 टैंक टर्मिनल्स संचालित करती है. कंपनी पेट्रोलियम, वनस्पति तेल, स्नेहक, रसायन और LPG जैसी गैसों के लिए सुरक्षित स्टोरेज सुविधाएं देती है. CRISIL की रिपोर्ट के मुताबिक, यह भारत में स्टोरेज क्षमता के मामले में सबसे बड़ी थर्ड-पार्टी ऑपरेटर है.

IPO की खासियत

एजिस वोपैक टर्मिनल्स का यह IPO पूरी तरह से फ्रेश इक्विटी शेयरों पर आधारित होगा. इसमें कोई ऑफर-फॉर-सेल यानी OFS शामिल नहीं होगा. हर शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये होगी. कंपनी इस आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों को इस्‍तेमाल कर्ज चुकान या प्रीपेमेंट करने, मंगलौर में एक क्रायोजेनिक LPG टर्मिनल खरीदने और बाकी सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने में करेगी.

कौन है बुक लीड मैनेजर?

इस IPO के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर्स के तौर पर ICICI सिक्योरिटीज, BNP परिबास, IIFL कैपिटल सर्विसेज, जेफरीज इंडिया और HDFC बैंक काम करेंगे, जबकि लिंकइनटाइम रजिस्ट्रार होगा.

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क्या है कंपनी की ताकत?

कंपनी का नेटवर्क भारत के प्रमुख बंदरगाहों में स्थित है, जो पाइपलाइन, रेल और सड़क के जरिए तेज और कम लागत वाली डिलीवरी देता है. यह भारत में लगभग 23% लिक्विड और 61% LPG आयात वॉल्यूम को हैंडल करता है. कंपनी के वित्‍तीय स्थिति को देखें तो वित्‍त वर्ष 2024 में कंपनी का रेवेन्‍यू 561.8 करोड़ रुपये और 86.5 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया गया था, जो पिछले साल की तुलना में ज्‍यादा था. जून 2024 तिमाही में इसका रेवेन्यू 154 करोड़ रुपये और प्रॉफिट 25.8 करोड़ रुपये रहा था.