Malpani Pipes IPO: खुलते ही हुआ पूरा सब्सक्राइब, जानें क्या है कंपनी का कामकाज और GMP

Malpani Pipes IPO आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और पहले ही दिन पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया है. यह आईपीओ 25.92 करोड़ का है और इसका ग्रे मार्केट में भी बेहतर प्रदर्शन है. आईपीओ को कुल 2.47 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है.

Malpani Pipes IPO का जीएमपी Image Credit: canva

Malpani Pipes IPO GMP: मालपानी पाइप्स का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है. खास बात यह है कि इसके खुलते ही ये अब पूरी तरह से सब्सक्राइब हो चुका है. यह 25.92 करोड़ का आईपीओ जो पूरी तरह से एक फ्रेश इश्यू है, जिसमें 28.80 लाख शेयर जारी किए गए हैं. इस आईपीओ का ग्रे मार्केट में भी बेहतर प्रदर्शन है, चलिए इसका सब्सक्रिप्शन स्टेटस और GMP का हाल जानते हैं.

Malpani Pipes IPO की टाइमलाइन  

Malpani Pipes IPO का सब्सक्रिप्शन स्टेटस

पहले ही दिन इस आईपीओ को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और यह सुबह 11:29 बजे तक पूरी तरह सब्सक्राइब हो चुका है:  

Malpani Pipes SME IPO का GMP

इंवेस्टर गेन के मुताबिक, मालपानी पाइप्स आईपीओ का लेटेस्ट GMP ₹28 दर्ज किया गया है. इसकी अनुमानित लिस्टिंग प्राइस ₹118 हो सकती है और यह 31.11% प्रति शेयर का मुनाफा दे सकता है.

Malpani Pipes का कामकाज

Malpani Pipes and Fittings Limited की शुरुआत 2017 में हुई थी और यह कंपनी हाई-ग्रेड प्लास्टिक पाइप्स बनाती है. यह तीन तरह के पाइप्स बनाती है, जो इसके Volstar ब्रांड के तहत बेचे जाते हैं. इसके अलावा, यह PVC पाइप्स और ग्रेन्यूल्स (कच्चा माल) की ट्रेडिंग भी करते है और कुछ अन्य सर्विसेज भी ऑफर करते है.  

कंपनी के पाइप्स मुख्य रूप से इन जगहों पर काम आते हैं:  

कंपनी का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट रतलाम, मध्य प्रदेश में है, इसमें 10 प्रोडक्शन लाइनें लगी हुई हैं और इसकी उत्पादन क्षमता 11,500 M.T.P.A. (Metric Tons Per Annum) है. प्लांट में इन-हाउस टेस्टिंग फैसिलिटी भी है, जिससे प्रोडक्ट्स की क्वालिटी चेक होती है.  

Malpani Pipes थोक विक्रेताओं और रिटेलर्स को सप्लाई करती है. सरकारी परियोजनाओं के लिए ऑथराइज्ड ठेकेदारों के जरिए पाइप्स सप्लाई करती है. किसानों को भी योजनाओं के तहत पाइप्स उपलब्ध कराती है. 

डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें.