Mobikwik IPO की मार्केट में हुई शानदार एंट्री, 58.5% प्रीमियम पर लिस्‍ट, निवेशकों की हुई चांदी

Mobikwik IPO मार्केट में डेब्‍यू कर चुका है. इसकी मार्केट में अच्‍छी लिस्टिंग हुई. ग्रे मार्केट में भी इसका जीएमपी बेहतर प्रदर्शन कर रहा था. यह आईपीओ 11 से 13 दिसंबर के बीच सब्‍सक्रिप्‍शन के लिए खुला था.

Mobikwik IPO मार्केट में हुआ लिस्‍ट Image Credit: freepik

Mobikwik IPO के मार्केट डेब्‍यू का निवेशकों को लंबे समय से इंतजार था. आखिरकार 18 दिसंबर यानी बुधवार को इसकी मार्केट में एंट्री हुई. NSE पर यह अपने प्राइस बैंड 279 रुपये के मुकाबले 57.7% प्रीमियम के साथ 440 रुपये पर लिस्‍ट हुआ. वहीं बीएसई पर शेयर 58.5% बढ़कर 442.25 रुपये प्रति शेयर लिस्‍ट हुआ. यह आईपीओ 11 दिसंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और 13 दिसंबर को बंद हुआ था, जबकि इसका अलॉटमेंट 16 दिसंबर को फाइनल हुआ था.

ग्रे मार्केट में मिली थी बढ़त

मोबिक्विक आईपीओ ग्रे मार्केट में बेहतर प्रदर्शन कर रहा था. इंवेस्‍टरगेन के अनुसार इसका अंतिम जीएमपी 160 रुपये दर्ज किया गया था. यह डेटा 18 दिसंबर 2024 की सुबह 07:57 बजे तक का है. इसमें अनुमान लगाया गया था यह आईपीओ अपने प्राइस बैंड 279 रुपये के मुकाबले 439 रुपये पर लिस्‍ट हो सकता है, जिसमें 57.35% का मुनाफे की उम्‍मीद है.

कितना हुआ था सब्‍सक्राइब?

मोबिक्विक के आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्‍त रिस्‍पॉन्‍स मिला था. आईपीओ को कुल 119 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. 572 करोड़ रुपये का आईपीओ पूरी तरह से एक फ्रेश इश्यू है. इसमें 2.05 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल थे.

क्‍या है कंपनी की प्‍लानिंग?

कंपनी आईपीओ से जुटाई रकम का उपयोग वित्तीय और भुगतान सेवाओं को बढ़ावा देने, एआई और मशीन लर्निंग के लिए रिसर्च और डेवलपेमेंट से जुड़े कामों में करेगी. साथ ही यह पेमेंट मशनी जैसी बुनियादी स्‍ट्रक्‍चर को मजबूत करने में रकम खर्च करेगी.

यह भी पढ़ें: कौन है Vishal Mega Mart का फाउंडर, जिसे बेचनी पड़ी थी कंपनी, जानें क्या हुआ था ऐसा

क्‍या करती है कंपनी?

MobiKwik की स्‍थापना साल 2008 में हुई थी. जून 2024 तक इसके 161 मिलियन से अधिक रजिस्‍टर्ड यूजर्स है और यह 4.26 मिलियन व्यापारियों को सेवा प्रदान करने वाला एक डुअल साइडेड भुगतान प्लेटफ़ॉर्म है. कंपनी डिजिटल भुगतान, क्रेडिट और निवेश से जुड़ी सर्विस देता है. मई 2024 तक ग्रॉस लेनदेन मूल्य के हिसाब से PPI वॉलेट सेगमेंट में इसकी 23.11% बाजार हिस्सेदारी है, जो इसे भारत की सबसे बड़ी वॉलेट कंपनी बनाती है.

कैसा था वित्‍तीय प्रदर्शन?

वित्त वर्ष 24 में इसका कंसॉलिडेटेड रेवेन्‍यू 875 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 62% की वृद्धि दर्शाता है. MobiKwik ने वित्त वर्ष 23 में 84 करोड़ रुपये के घाटे की भरपाई करते हुए 14 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है.