आ गया NTPC Green Energy का GMP, यहां चेक करें भाव, जानें कब आएगा IPO
NTPC Green Energy जल्द ही अपना IPO लाने वाली है. मार्केट में उतरने से पहले ही ग्रे मार्केट में यह ट्रेंड करने लगा है. इसे लेकर निवेशक काफी उत्साहित हैं, वे इसके प्राइस बैंड और दूसरे डिटेल की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं, तो क्या है इसका लेटेस्ट जीएमपी आइए नजर डालते हैं.
NTPC Green Energy IPO: एनटीपीसी ग्रुप की सहायक कंपनी एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी जल्द ही अपना आईपीओ लाने वाली है. कंपनी इसके जरिए 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में हैं. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कंपनी जल्द ही इसका रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल कर सकती है. हालांकि अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन आईपीओ के मार्केट में आने से पहले ही निवेशकों में इसके लिए काफी उत्सुकता है. यही वजह है कि ग्रे मार्केट में NTPC Green Energy के GMP पर निवेशक नजरें बनाए हुए हैं.
कितना है लेटेस्ट GMP
इंवेस्टरगेन के मुताबिक 11 नवंबर यानी सोमवार को एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का GMP दोपहर 12:29 बजे तक 16 रुपये दर्ज किया गया. इससे पहले 9 नवंबर को इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम 25 रुपये दर्ज किया गया था, जो अब तक इसका उच्चतम स्तर है. ग्रे मार्केट में आईपीओ को लेकर निवेशक पॉजिटिव नजर आ रहे हैं, उन्हें बस आईपीओ के प्राइस बैंड और बाकी डिटेल्स के ऐलान का इंतजार है.
कर्मचारियों को मिलेगी छूट
महारत्न का दर्जा पाने वाली पीएसयू दिग्गज, एनटीपीसी लिमिटेड, एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी की मूल कंपनी यानी पेरेंट कंपनी है. आईपीओ के लिए कंपनी ने अभी प्राइस बैंड की घोषणा नहीं की है, लेकिन जल्द ही प्राइस बैंड और लिस्टिंग डेट की घोषणा होने की उम्मीद है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक आईपीओ में शेयरधारकों के कोटे के अलावा, पात्र कर्मचारियों के लिए सदस्यता में रिजर्वेशन शामिल होगा. इस कैटेगरी के तहत बोली लगाने वाले पात्र कर्मचारियों को छूट मिलेगी.
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कब लॉन्च होगा IPO और क्या करती है कंपनी?
कंपनी की ओर से अभी आईपीओ की डेट का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का आईपीओ 18 नवंबर तक पेश किया जा सकता है. एनटीपीसी ग्रीन एक रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी है, जो सौर और पवन ऊर्जा दोनों पर फोकस करती है. इसकी स्थापना अप्रैल 2022 में हुई थी. यह छह से अधिक राज्यों में मौजूद है. 31 अगस्त, 2024 तक सौर परियोजनाओं में इसकी परिचालन क्षमता 3,071 मेगावाट और 100 मेगावाट पवन परियोजनाओं की थी.