Nukleus ऑफिस सॉल्यूशंस के शेयर 20 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट, बिडिंग के लिए खुला NAPS Global India का IPO

Nukleus Office Solutions के शेयर 4 मार्च को लिस्ट हुए हैं, लेकिन इसकी लिस्टिंग 20% डिस्काउंट पर हुई है. इसके अलावा, NAPS ग्लोबल इंडिया लिमिटेड का आईपीओ भी 4 मार्च को खुल गया है, जिसकी कुल वैल्यू 11.88 करोड़ रुपये है. यह आईपीओ 4 मार्च से 6 मार्च तक खुला रहेगा.

NAPS Global India IPO बिडिंग के लिए खुला Image Credit: filo/E+/Getty Images

Nukleus Office Solutions IPO: न्यूक्लियस ऑफिस सॉल्यूशंस के शेयर 4 मार्च को लिस्ट हो चुके हैं, हालांकि NSE पर इनकी 20 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्टिंग हुई है जो काफी कमजोर है. इसके अलावा NAPS Global India Ltd का IPO, आज यानी 4 मार्च को खुल चुका है. यह एक SME आईपीओ है जो जिसकी कुल वैल्यू 11.88 करोड़ रुपये है. यह पूरी तरह से 13.20 लाख नए शेयरों का इश्यू है. बिडिंग के लिए यह आईपीओ 4 मार्च 2025 से लेकर 6 मार्च 2025 तक खुला रहेगा. यहां जानते हैं क्या करती है कंपनी, कितना है इसका GMP और न्यूक्लियस ऑफिस सॉल्यूशंस की लिस्टिंग कैसी रही.

20% डिस्काउंट पर लिस्टिंग

न्यूक्लियस ऑफिस सॉल्यूशंस के शेयर की कीमत NSE SME पर कमजोर शुरुआत के साथ 187.20 रुपये पर हुई है जो इसके इश्यू प्राइस 234 रुपये से 20% कम है. इसके IPO को 1.29 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. कंपनी दिल्ली NCR में को वर्किंग स्पेस देती है. न्यूक्लियस ऑफिस सॉल्यूशंस आईपीओ 31.70 करोड़ है जो फ्रेश इश्यू था, कोई ऑफर फॉर सेल नहीं था.

NAPS Global India IPO: टाइमलाइन

क्या करती है NAPS Global India Limited

NAPS Global India Limited मार्च 2014 में शुरू हुई थी. यह कंपनी होलसेल टेक्स्टाइल इंपोर्टर है और महाराष्ट्र के रेडीमेड गारमेंट मैन्यूफैक्चरिंग सप्लाई चेन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. कंपनी के मुख्य प्रोडक्ट कॉटन फैब्रिक्स, सुपर-सॉफ्ट वेल्वेट फैब्रिक्स, निटेड फैब्रिक्स, मैन-मेड लिनेन फैब्रिक्स, शर्ट्स और टी-शर्ट्स, बच्चों के जींस वियर है. कंपनी पूरे भारत में काम कर रही है और इसका एक मजबूत सप्लाई नेटवर्क चीन और हांगकांग में है.

NAPS Global India IPO GMP

इंवेस्टरगेन के अनुसार, NAPS Global India SME IPO का GMP जीरो है.

डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल GMP के आधार पर निवेश पर फैसला न करें.