संभाल कर रखिए पैसा! ग्रीन एनर्जी सेक्टर से जुड़ी कंपनी ला सकती है 700 करोड़ का IPO; फाइल किया DHRP

IPO का बाजार पिछले कुछ समय से ठंडे बस्ते में था. लेकिन ग्रीन सेक्टर में सक्रिय रहने वाली एक कंपनी ने सिक्योरिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (SEBI) के पास 700 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए डीएचआरपी फाइल किया है. जानें कंपनी और उसकी वित्तीय स्थिति के बारे में.

IPO की तैयारी में कंपनी Image Credit: @Money9live

Prozeal Green Energy IPO: आईपीओ सेगमेंट पिछले कुछ दिनों से थोड़ा ठंडा पड़ा हुआ था. लेकिन आने वाले दिनों में इसमें गर्माहट आ सकती है. दरअसल गुजरात की रिन्यूएबल एनर्जी प्रदान करने वाली कंपनी Prozeal Green Energy ने इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास आवेदन किया है. DHRP के मुताबिक, कंपनी आईपीओ के जरिये 700 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इस इश्यू में ऑफर फॉर सेल और फ्रेश इश्यू, दोनों ही पेश किए जाएंगे.

प्रमोटर्स कर रहे शेयरों की बिक्री

जारी की गई DHRP के मुताबिक, आईपीओ के जरिये कंपनी 350 करोड़ रुपये का फ्रेश शेयर जारी करेगी. वहीं बचे हुए 350 करोड़ रुपये के शेयरों को ऑफर फॉर सेल के लिए पेश करेगी. ये शेयर 2 रुपये के फेस वैल्यू पर जारी किया जाएगा. कंपनी के प्रमोटर शोभित बैजनाथ और मनन हितेंद्र कुमार ठक्कर की ओर से ऑफर फॉर सेल के जरिये 168.5 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जा रहे हैं.

वहीं कुछ शेयरों की बिक्री एएआर ईंएम वेंचर्स एलएलपी, जया चंद्रकांत गॉग्री, भावेश कुमार बाचूभाई मेहता की ओर से भी बेचे जाएंगे. इससे इतर, कंपनी प्री-आईपीओ राउंड की मदद से 70 करोड़ रुपये तक जुटा सकती है. अगर यह संभव हुआ तब आईपीओ की राशि कम की जा सकती है.

क्या है कंपनी की वित्तीय स्थिति?

प्रोजील ग्रीन एनर्जी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए रेवेन्यू के मामले में भारत की चौथी सबसे बड़ी सोलर ईपीसी कंपनी होने का दावा किया है. कंपनी की शुरुआत 2013 में हुई है. उसके बाद से कंपनी ने 783.98 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ 182 सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट को क्रियान्वित किया है. जुलाई से सितंबर के दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 51.595 करोड़ रुपये रहा है. इससे पिछले वित्त वर्ष यानी 2023-24 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 93.244 करोड़ रुपये रहा था. सितंबर 2024 तक कंपनी का ऑर्डर बुक 2,220.9 करोड़ रुपये थी जिसमें से 99.48 फीसदी ग्राउंड-माउंटेड सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट कैटेगरी में थी.

पैसों का क्या करेगी कंपनी?

ड्राफ्ट पेपर की मानें तो कंपनी आईपीओ के जरिये जुटाए गए रकम में से 250 करोड़ रुपये का इस्तेमाल लॉन्ग टर्म वर्किंग कैपिटल के लिए करेगी. वहीं 19.532 करोड़ रुपये को कर्ज चुकाने के लिए करेगी. इसके बाद बचे हुए पैसों का इस्तेमाल कंपनी जनरल कॉरपोरेट कार्यों के लिए करेगी.