Quadrant Future Tek IPO: खुलते ही 3.30 गुना सब्सक्राइब, 290 रुपये वाला ये IP0, GMP भी भागा
Quadrant Future Tek IPO की एंट्री प्राइमरी मार्केट में हो चुकी है. एंट्री के साथ इश्यू को निवेशकों की ओर से काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला. इसी के साथ आईपीओ का जीएमपी भी अच्छी लिस्टिंग के संकेत दे रहा है. आइए जानते हैं क्या है सब्सक्रिप्शन स्टेटस.
Quadrant Future Tek के IPO ने आज यानी 7 जनवरी को प्राइमरी मार्केट में एंट्री कर ली है. इश्यू खुलते ही कंपनी के आईपीओ को निवेशकों की ओर से दमदार रिस्पॉन्स मिला. खबर लिखते वक्त (12:41 PM) तक, कंपनी के इश्यू को कुल 3.30 गुना सब्सक्राइब किया जा चुका है. इसमें रिटेल निवेशकों का हिस्सा सबसे अधिक, 13.47 गुना भरा है. इसके बाद स्मॉल NII 4.81 गुना और NII निवेशकों का हिस्सा 3.12 हिस्सा भर चुका है.
GMP
कंपनी का इश्यू ग्रे मार्केट में भी अच्छी लिस्टिंग का संकेत दे रहा है. ग्रे मार्केट के अनुसार कंपनी की लिस्टिंग 210 रुपये के प्रीमियम पर हो सकती है. आईपीओ का इश्यू प्राइस 290 रुपये प्रति शेयर है. ग्रे मार्केट के मुताबिक, कंपनी की लिस्टिंग 72.41 फीसदी की बढ़त के साथ 500 रुपये पर हो सकती है.
IPO के बारे में
290 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू वाले Quadrant Future Tek के आईपीओ का प्राइस बैंड 275-290 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. इश्यू के एक लॉट में कुल 50 शेयर हैं. यानी निवेशकों को इस आईपीओ में बोली लगाने के लिए कम से कम 13,750 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. आईपीओ में निवेशक 9 जनवरी तक सब्सक्रिप्शन कर सकते हैं. उसके बाद BSE NSE पर कंपनी की लिस्टिंग 14 जनवरी को हो सकती है.
इश्यू में 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 10 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए और 15 फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व है. क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक आईपीओ के लिए मर्चेंट बैंकर सनडे कैपिटल एडवाइजर्स है.
क्या करती है कंपनी?
क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक रिसर्च ओरिएंटेड कंपनी है. यह भारतीय रेलवे के कवच प्रोजेक्ट के तहत न्यू जनरेशन ट्रेन कंट्रोल और सिग्नलिंग सिस्टम बनाती है. कंपनी के पास इलेक्ट्रॉन बीम इरेडिएशन (EBI) सेंटर के साथ स्पेशियलिटी केबल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी भी है. इस केबल का इस्तेमाल, रेलवे रोलिंग स्टॉक और नौसेना उद्योग में किया जाता है.
पैसों का क्या करेगी कंपनी?
पंजाब स्थित ये कंपनी अपने पब्लिक इश्यू से मिले रकम में से 149.7 करोड़ रुपये का इस्तेमाल अपनी लॉन्ग टर्म वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए करना चाहती है. इसके अलावा 24.4 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कंपनी इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के विकास के लिए करेगी. 23.6 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी.
डिसक्लेमर: इस खबर में GMP से जुड़ी जानकारी दी गई है. Mone9live का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.