लिस्टिंग से एक रात पहले 100 रुपये लुढ़का इस IPO का GMP, निवेशकों की धड़कने हुई तेज

क्वाड्रंट फ्यूचर टेक का बहुप्रतीक्षित आईपीओ भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होने के लिए तैयार है. निवेशक संभावित लिस्टिंग गेन और ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) पर नजरें गड़ाए हुए हैं. जानिए कंपनी और आईपीओ से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी.

Quadrant Future Tek का IPO हुआ सब्सक्राइब Image Credit: @Money9live

क्वाड्रंट फ्यूचर टेक (Quadrant Future Tek) का हाल ही में समाप्त हुआ IPO मंगलवार, 14 जनवरी को भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होने जा रहा है. निवेशकों की निगाहें अब संभावित लिस्टिंग गेन पर टिकी हैं जिसे ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के आधार पर आंका जा रहा है. आईपीओ जिस दिन बाजार में सब्सक्रिप्शन के लिख खुला उसी दिन जीएमपी उछाल मार कर 210 रुपये पर ट्रेड करने लगा. लेकिन सब्सक्रिप्शन बंद होने के बाद ग्रे मार्केट में इसका शेयर दिन पर दिन गिरने लगा.

ग्रे मार्केट प्रीमियम और अनुमानित लिस्टिंग प्राइस

लिस्टिंग से एक रात पहले कंपनी का शेयर ग्रे मार्केट में गिरकर 120 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. यानी सब्सक्रिप्शन खुलने के दिन से अबतक इसका GMP 110 रुपये घट गया है. इस स्टॉक का ग्रे मार्केट में ये सबसे निचला स्तर है. निवेशकों के लिए ये गिरावट निराशा की बात है लेकिन राहत इस बात से है कि यह आंकड़ा अभी भी प्रीमियम प्राइस पर है. IPO का अपर प्राइस बैंड 290 रुपये तय किया गया था. इस GMP के आधार पर, क्वाड्रंट फ्यूचर टेक के शेयर का अनुमानित लिस्टिंग प्राइस 410 रुपये प्रति शेयर हो सकता है, जो कि इश्यू प्राइस से 41.38 फीसदी ज्यादा है.

IPO डिटेल्स और निवेशकों का रुझान

क्वाड्रंट फ्यूचर टेक का 290 करोड़ रुपये का मेनबोर्ड IPO 7 जनवरी से 9 जनवरी 2024 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था.

फंड का इस्तेमाल

IPO से मिली धनराशि का इस्तेमाल कंपनी की निम्न आवश्यकताओं को पूरा करने में किया जाएगा:

कंपनी की जानकारी

क्वाड्रंट फ्यूचर टेक एक रिसर्च बेस्ड कंपनी है जो नई पीढ़ी के ट्रेन नियंत्रण और सिग्नलिंग सिस्टम विकसित करती है. ये सिस्टम रेल यात्रियों को उच्चतम स्तर की सुरक्षा और विश्वसनीयता मुहैया करते हैं. इसके अलावा, कंपनी के पास ई-बीम केबल मैन्युफैक्चरिंग की एडवांस सुविधा भी है.

डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें.