Zepto ने शुरू की IPO की तैयारी! मार्च-अप्रैल में हो सकती है पब्लिक; जानें क्या है कंपनी का पूरा गणित
BlinkIt और Swiggy जैसी अपनी कॉम्पटीटर कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए वित्त वर्ष 2024 में जेप्टो के ऑपरेशनल रेवेन्यू में 120 फीसदी की तेजी आई जिसके बाद वह 4,454 करोड़ रुपये हो गया था. अब आईपीओ लाने को लेकर कंपनी विचार कर रही है.
Zepto IPO: क्विक कॉमर्स स्टार्टअप और यूनिकॉर्न कंपनी Zepto अपने इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) की तैयारी में जुटी हुई है. इसी तैयारी में कंपनी ने अपनी नई यूनिट जेप्टो मार्केटप्लेस प्राइवेट लिमिटेड की शुरुआत भी कर दी है. उम्मीद की जा रही है कि क्विक डिलीवरी स्टार्टअप जल्दी ही सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास आईपीओ के लिए दस्तावेज दाखिल कर सकती है.
कंपनी ने तय की बोर्ड मीटिंग की तारीख
इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक जेप्टो को अपनी होल्डिंग यूनिट को भारत में लाने के लिए सिंगापुर से मंजूरी मिल गई है. दरअसल नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल 17 जनवरी को सिंगापुर से भारत में डोमिसाइल स्थानांतरित करने के लिए जेप्टो के रिवर्स मर्जर आवेदन पर सुनवाई करेगा. कंपनी के आईपीओ प्लानिंग में सिंगापुर से मिली मंजूरी काफी अहम है. 19 जनवरी को बेंगलुरु स्थित इस कंपनी ने बोर्ड मीटिंग बुलाई है जिसमें IPO से जुड़े हुए फैक्टर पर विचार किया जाएगा. जैसे IPO इश्यू साइज, इश्यू के लिए बैंकरों की नियुक्ति.
कब आएगा आईपीओ?
अगर आईपीओ बाजार में आ जाता है तब क्विक कॉमर्स सेगमेंट में यह पहली स्वतंत्र क्विक-कॉमर्स कंपनी बन सकती है. हालांकि, मनीकंट्रोल ने अपनी एक रिपोर्ट बताया कि कंपनी के नई यूनिट के रजिस्ट्रेशन मकसद इंटरनेट प्लेटफॉर्म को आगे बढ़ाना है. कंपनी चाहती है कि टेक बिजनेस के लिए अलग बैलेंस शीट रखना है जिससे बिजनेस को अलग-अलग यूनिट्स में बांटने में मदद मिल सके. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी का आईपीओ 2025 के मार्च-अप्रैल में खुल सकता है.
ब्लिंकइट और स्विगी से आगे है जेप्टो
ब्लिंकइट और स्विगी जैसे अपनी कॉम्पटीटर कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए वित्त वर्ष 2024 में जेप्टो के ऑपरेशनल रेवेन्यू में 120 फीसदी की बढ़त आई जिसके बाद वह 4,454 करोड़ रुपये हो गया था. वहीं ब्लिंकइट का रेवेन्यू 2,300 करोड़ रुपये और स्विगी इंस्टामार्ट का 1,100 करोड़ रुपये था.