IPO की बारिश! इन्वेस्टमेंट बैंकर संघ का अनुमान दो साल में 1,000 कंपनियां होंगी लिस्ट
2024 भारतीय शेयर बाजार में 300 कंपनियां लिस्ट हुईं. NSE की तरफ से जारी डाटा के मुताबिक लिस्टिंग के जरिये भारतीय कंपनियां पैसा जुटाने में दुनिया में अव्वल रहीं. अब इन्वेस्टमेंट बैंकर्स के संघ ने दावा किया है कि अगले दो साल में 1,000 से ज्यादा कंपनियां लिस्ट हो सकती हैं.
एसोसिएशन ऑफ इन्वेस्टमेंट बैंकर्स ऑफ इंडिया (AIBI) ने शुक्रवार को कहा कि अगले दो वित्तीय वर्षों में भारतीय शेयर बाजार में 1,000 कंपनियों लिस्टिंग के लिए आईपीओ ला सकती हैं. AIBI के मुताबिक IPO की बढ़ती संख्या असल में देश के आर्थिक विकास, अनुकूल बाजार स्थितियों और नियामक ढांचे में सुधार से प्रेरित होगी.
इसके साथ ही पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक निवेश बैंकरों के शीर्ष निकाय ने कहा पिछले कुछ वर्षों में भारतीय पूंजी बाजार बहुत तेजी से बढ़ रहा है. अगर यही गति जारी रही, तो अगले वित्त वर्ष (FY26) में IPO और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के जरिये जुटाई गई कुल राशि 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है.
पिछले 6 वर्ष में 851 IPO
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 6 वित्तीय वर्षों में कुल 851 कंपनियों के आईपीओ आए. इनमें 281 मेनबोर्ड कंपनियां रहीं और 570 SME कैटेगरी की कंपनियां थीं. इन आईपीओ के जरिये इन कंपनियों ने कुल 4.58 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. वित्त वर्ष 2024 में आईपीओ के जरिये कुल 67,955 करोड़ रुपये जुटाए गए. इसमें मेनबोर्ड कंपनियों ने 61,860 करोड़ रुपये और SME कंपनियों ने 6,095 करोड़ रुपये जुटाए. इसके अलावा, 61 क्यूआईपी के जरिये कंपनियों ने करीब 68,972 करोड़ रुपये जुटाए हैं.
2024 में भारतीय कंपनियां पैसा जुटाने में शीर्ष पर
भारतीय कंपनियों ने 2024 में आईपीओ के जरिये पैसा जुटाने में दुनिया में पहला स्थान हासिल किया. NSE के डाटा के मुताबिक पिछले वर्ष 335 आईपीओ के साथ भारत ने अमेरिका और यूरोप जैसे बड़े बाजारों को भी पीछे छोड़ दिया. एआईबीआई के चेयरमैन महावीर लुनावत का कहना है, “आईपीओ के जरिये फंड जुटाने की दर पिछले दो वित्तीय वर्षों से बढ़ रही है. 2026 में भी इसमें बढ़ोतरी जारी रहेगी. अगले वित्तीय वर्ष यानी वित्त वर्ष 26 में आईपीओ और क्यूआईपी के जरिये कुल राशि 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा पूंजी जुटाए जाने की उम्मीद है.”