Rexpro Enterprises IPO: 636 फीसदी सब्सक्रिप्शन, फिर GMP क्यों पस्त; क्या है ब्रोकरेज का रिव्यू?
Rexpro Enterprises IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 22 जनवरी को खुला. HUL, Lenskart और Shoppers Stop जैसी नामी कंपनियों के लिए मैन्युफैक्चरिंग करने वाली इस कंपनी को 636 फीसदी ओवर सब्सक्रिप्शन मिल चुका है. हालांकि, GMP को मोर्चे पर थोड़ी सुस्ती नजर आ रही है. जानते हैं अब तक का पूरा हाल और ब्रोकरेज की राय.
Rexpro Enterprises IPO दो दिन में 636 फीसदी ओवर सब्सक्राइब हुआ है. SME कैटेगरी की यह कंपनी आईपीओ के जरिये बाजार से फ्रेश और ऑफर फॉर सेल (OFS) के मिक्स इश्यू के जरिये कुल 53.65 करोड़ रुपये बाजार से जुटाना चाहती है. 47.13 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 32.50 लाख फ्रेश शेयर इश्यू किए जाएंगे. इसके अलावा प्रमोटर के 4.50 लाख शेयर OFS के जरिये बेचकर 6.53 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है.
लिस्टिंग और अलॉटमेंट कब
Rexpro Enterprises IPO के लिए 24 जनवरी तक सब्सक्रिप्शन होना है. इसके बाद 27 जनवरी, सोमवार को शेयर का अलॉटमेंट किया जाएगा. कंपनी की तरफ से RHP में दी गई डिटेल के मुताबिक NSE SME पर इसकी लिस्टिंग बुधवार 29, जनवरी 2025 को होनी है.
लॉट साइज, इन्वेस्टमेंट और इश्यू मैनेजमेंट
Rexpro Enterprises IPO एक फिक्स प्राइस इश्यू है. शेयर प्राइस 145 रुपये रखा गया है. रिटेल कैटेगरी में इसके लिए मिनिमम लॉट साइज 1,000 शेयर का है. इस तरह मिनिमम इन्वेस्टमेंट 1.45 लाख रुपये का होगा. होराइजन मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड रेक्सप्रो के आईपीओ के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि कैमियो कॉर्पोरेट सर्विसेज लिमिटेड रजिस्ट्रार है. इसके अलावा गिरिराज स्टॉक ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड मार्केट मेकर है.
क्या है ब्रोकरेज व एनालिस्ट का रिव्यू
Rexpro Enterprises IPO का SEBI रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट दिलीप दावडा ने रिव्यू किया है. चित्तौड़गढ़ पर उन्होंने अपने रिव्यू में कंपनी को “May Apply” की रेटिंग दी है. दावडा ने रिव्यू में कहा है कि कपनी B2B मॉडल पर काम करती है. कंपनी कई रेप्युटेड बिजनेस क्लाइंट्स के लिए तमाम तरह के प्रोडक्ट की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई करती है. पूरे देशभर में कंपनी के पास मजबूत क्लाइंट बेस है. पिछले तीन वित्त वर्ष के वित्तीय प्रदर्शन के आधार देखा जाए, तो यह इश्यू फुली प्राइस्ड है. लिहाजा, बाजार और कंपनी के बारे में वेल इन्फॉर्मड इन्वेस्टर लॉन्ग टर्म के लिए इसमें निवेश कर सकते हैं.
कैसी है फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
Rexpro Enterprises IPO के लिए सेबी को पेश किए RHP में कंपनी ने बताया है कि पिछले तीन वित्त वर्ष में कंपनी के नेट प्रॉफिट में लगातार इजाफा हुआ है. FY22 में कंपनी ने 35.72 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 52 लाख का प्रॉफिट रिपोर्ट किया. इसके बाद FY23 में 62.89 करोड़ रुपये रेवेन्यू और 64 करोड़ नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया. वहीं, FY24 83.01 करोड़ रुपये रेवेन्यू और 5.18 करोड़ रुपये का नेट प्रोफिट रिपोर्ट किया है. इसी तरह कंपनी ने FY 22 में 1.45% का PAT मार्जिन रिपोर्ट किया. इस दौरान RoCE 23.96% रहा. FY23 में PAT मार्जिन 6.25% और RoCE 18.89% दिखाया. FY24 में PAT 8.24% RoCE 62.21% रहा. मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में PAT मार्जिन 62.21% और RoCE 36.66% रिपोर्ट किया है.
कितना है लेटेस्ट GMP
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के मोर्चे पर पिछले चार दिन में लगातार कमजोरी दिखी है. इश्यू सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होने से पहले 21 जनवरी को इसका जीएमपी 48 रुपये रहा, जिससे इश्यू प्राइस 145 रुपये पर 33.1% के लिस्टिंग गेन का संकेत मिला. हालांकि, इश्यू जैसे ही 22 जनवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला जीएमपी घटकर 25 रुपये रह गया. investorgain के मुताबिक 23 जनवरी को शाम करीब 5 बजे इसका जीएमपी 20 रुपये रहा. ग्रे मार्केट में 145 रुपये के शेयर की 20 रुपये प्रीमियम के साथ 165 रुपये की डिमांड बनी हुई है. इस तरह जिन्हें ये शेयर अलॉट होगा उन्हें 13.79%. तक का लिस्टिंग गेन मिल सकता है.
किसके लिए कितना कोटा
Rexpro Enterprises IPO के तहत कुल 37,00,001 शेयर ऑफर किए गए हैं. इनमें से मार्केट मेकर के लिए 1,86,000 यानी करीब 5.03% शेयर रिजर्व रखे गए हैं. इसके अलावा नॉन इंस्टीट्यूशनल कैटेगरी (NII) के लिए 17,57,000 यानी 47.49% शेयर का कोटा रखा गया है. एनआईआई जितना कोटा ही रिटेल कैटेगरी के लिए रखा गया है. आईपीओ के तहत क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स और एंकर इन्वेस्टर्स के लिए कोई अलग कोटा या ऑक्शन नहीं किया गया.
किस कैटेगरी में कितना सब्सक्रिप्शन
कैटेगरी | सब्सक्रिप्शन | जमा रकम |
---|---|---|
एनआईआई | 1.76 | 44.72 |
रिटेल | 10.97 | 279.56 |
कुल | 6.36 | 324.28 |
जमा रकम करोड़ रुपये में
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डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.