Sagility IPO Day 3: कमाई का आखिरी मौका! आज बंद हो रहा आईपीओ, चेक करें लेटेस्ट GMP
Sagility IPO के सब्सक्रिप्शन का 7 नवंबर को आखिरी दिन है. पहले दिन जहां ये 22 फीसदी सब्सक्राइब किया गया, वहीं दूसरे दिन इसे 52 फीसदी सब्सक्राइब किया गया. ऐसे में देखना होगा कि आज क्या यहां पूरी तरह सब्सक्राइब हो जाएगा.
सैजिलिटी इंडिया लिमिटेड के आईपीओ में बोली लगाने का आज आखिरी मौका है. यह गुरुवार, 7 नवंबर को बंद हो रहा है. ऐसे में जो लोग इससे कमाई का प्लान बना रहे हैं वे आज इसे सब्सक्राइब कर सकते है. पहले दो दिनों में आईपीओं को निवेशकों से बेहतर प्रतिक्रिया मिली है. पहले दिन जहां ये 22 फीसदी सब्सक्राइब किया गया, वहीं दूसरे दिन इसे 52 फीसदी सब्सक्राइब किया गया. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि आखिर तीसरे दिन क्या ये 100 फीसदी सब्सक्राइब होता है और किस कैटेगरी के निवेशक इसमें सबसे ज्यादा बोली लगाएंगे.
किसने किया सबसे ज्यादा सब्सक्राइब?
Sagility India IPO को अब तक सबसे बेहतर रिस्पॉन्स एंकर इंवेस्टरों से मिला है. सैजिलिटी इंडिया आईपीओ ने बुधवार को बोली के दूसरे दिन 52% सब्सक्रिप्शन हासिल किए. बीएसई डेटा के अनुसार, आईपीओ ने कुल 38,70,64,594 शेयरों के मुकाबले 20,09,58,500 शेयरों के लिए बोलियां हासिल की. इनमें एंकर इंवेस्टर्स ने इसे 100 फीसदी सब्सक्राइब किया, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशन बायर्स (क्यूआईबी) ने इसे 7 फीसदी, नॉन इंस्टीट्यूशनल (एनआईआई) ने 80फीसदी बुक किया गया था. वहीं पहले बोली के दिन, सैजिलिटी इंडिया आईपीओ का सब्सक्रिप्शन स्टेटस 22% था. सैजिलिटी इंडिया लिमिटेड ने सोमवार को घोषणा की थी कि उसने एंकर निवेशकों से ₹945 करोड़ से अधिक जुटाए हैं.
कितना है लेटेस्ट GMP?
इंवेस्टरगेन के अनुसार सैजिलिटी इंडिया आईपीओ का जीएमपी 7 नवंबर की सुबह तक ₹0.50 दर्ज किया गया. ऐसे में यह अपने प्राइस बैंड 30 रुपये से करीब ₹30.5 पर लिस्ट होने की उम्मीद है. यह जीएमपी आईपीओ के 10 सेशन में किए गए प्रदर्शन पर आधारित है. अभी तक इसका उच्चतम जीएम 3 रुपये दर्ज किया गया है.
ओएफएस की पेशकश
बेंगलुरु स्थित सैजिलिटी इंडिया का आईपीओ पूरी तरह से प्रमोटर सैजिलिटी बी वी की ओर से 70.22 करोड़ शेयरों की बिक्री की पेशकश (OFS) है, जिसकी कीमत 2,106.60 करोड़ रुपये है. इस प्रस्ताव में पात्र कर्मचारियों द्वारा सदस्यता के लिए आरक्षण शामिल है. चूंकि यह एक ओएफएस है, इसलिए कंपनी को सार्वजनिक निर्गम से कोई आय प्राप्त नहीं होगी, और पूरा फंड बेचने वाले शेयरधारकों को जाएगा.