IPO Alert : धमाकेदार होगा दिसंबर! 7 IPO को मंजूरी, लिस्ट में एक से एक धुरंधर शामिल
शेयर बाजार में दिसंबर की शुरुआत मुनाफेदार हो सकती है. बाजार नियामक सेबी ने सोमवार को 7 कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी दी है. ये सभी कंपनियां अपने-अपने फील्ड में दिग्गज हैं. आइए जानते हैं कि किन कंपनियों को सेबी ने मंजूरी दी है और इनका आईपीओ कब तक आएगा?
भारतीय शेयर बाजार में पिछले दो महीने से जबरदस्त वोलैटिलिटी का दौर जारी है. हालांकि, इस दौर में भी कई कंपनियों के आईपीओ आए. इनमें कई आपीआई ऐसे रहे, जिन्होंने निवेशकों की चांदी कराई है. बहरहाल, बाजार नियामक सेबी ने 8 कंपनियों को आईपीओ लाने के लिए मंजूरी दी है. सेबी ने इन कंपनियों को अलग-अलग दिन ऑब्जर्वेेशन लेटर भेजे हैं.
कतार में हैं ये कंपनियां
सेबी की तरफ से ऑब्जर्वेशन लेटर मिलने का मतलब होता है कि कंपनी यह लैटर मिलने के 1 वर्ष के भीतर बाजार से पैसा जुटाने के लिए अपना आईपीओ ला सकती है. पिछले दिनों सेबी ने आईजीआई, ई-कॉम एक्सप्रेस, स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग, ट्रुअल्ट बायो, वेंटीव हॉस्पिटैलिटी, कैरारो, कॉनकॉर्ड एनवायरो को आईपीओ लाने के लिए मंजूरी दी है.
नवंबर के आखिर में मिली मंजूरी
सेबी ने कॉनकॉर्ड एनवायरो सिस्टम को 26 नवंबर को, ट्रुअल्ट बायोएनर्जी को 27 नवंबर को और ईकॉम एक्सप्रेस व कैरारो इंडिया को 29 नवंबर को ऑब्जर्वेशन लेटर जारी किया है. इसके अलावा इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (IGI), स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेस और वेंटीव हॉस्पिटैलिटी को 28 नवंबर को उनके आईपीओ के लिए ऑब्जर्वेशन लेटर जारी किया है.
IGI लाएगी 4000 करोड़ का आईपीओ
दुनिया की सबसे बड़ी अल्टरनेटिव एसेट्स मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकस्टोन की सहायक कंपनी इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (आईजीआई) ने 22 अगस्त को सेबी के पास आईपीओ के लिए दस्तावेज दाखिल किए थे. कंपनी आईपीओ के जरिये 4,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. आईजीआई भारत की सबसे बड़ी स्वतंत्र प्रमाणन और मान्यता सेवा प्रदाता कंपनी है. इसके आईपीओ के तहत 1,250 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. इसके अलावा शेष 2,750 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत प्रमोटर्स की हिस्सेदारी बेचकर जुटाए जाएंगे.
2,600 करोड़ का होगा ईकॉम का आईपीओ
वारबर्ग पिंकस, पार्टनर्स ग्रुप और ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट के निवेश वाली ईकॉम एक्सप्रेस आईपीओ के जरिये 2,600 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. कंपनी ने सेबी को इस साल 15 अगस्त को दस्तावेज जमा कराए थे. गुरुग्राम स्थित यह कंपनी बिजनेस टू कस्टमर ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स सॉल्युशन देती है. इसके आईपीओ में 1,284.5 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर होंगे और 1,315.5 करोड़ रुपये प्रमोटर्स के शेयर को ओएफएस के तहत बेचकर जुटााए जाएंगे.
550 करोड़ के फ्रेश शेयर जारी करेगी स्मार्टवर्क्स
ग्लोबल ऐसेट्स मैनेजमेंट कंपनी केपेल के निवेश वाली स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेस कंपनी ने 14 अगस्त को सेबी के सामने अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) सौंपा था. कंपनी आईपीओ के तहत 550 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी करेगी. इसके अलावा प्रमोटर्स के 67.59 लाख शेयर ओएफएस के तहत बेचे जाएंगे. इसके अलावा प्री-आईपीओ के तहत एंकर इन्वेस्टर्स से 110 करोड़ रुपये जुटाएगी.
ट्रूअल्ट बायोएनर्जी आईपीओ
भारत के सबसे बड़े जैव ईंधन उत्पादकों में से एक ट्रूअल्ट बायोएनर्जी आईपीओ के तहत 750 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी. इसके अलावा कंपनी के प्रमोटर की तरफ से 36 लाख शेयरों को ओएफएस के तहत बिक्री के लिए रखा जाएगा. बेंगलुरु स्थित इस कंपनी में प्रमोटरों की 88.20 फीसदी हिस्सेदारी है. शेष 11.8 प्रतिशत हिस्सेदारी चार्टर्ड फाइनेंस एंड लीजिंग और विकास इंडिया ईआईएफ आई फंड सहित सार्वजनिक शेयरधारकों के पास है.
1,812 करोड़ इटली भेजेगी कैरारो इंडिया
इटली के कैरारो समूह के स्वामित्व वाली कैरारो इंडिया ने 1,812 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 23 अगस्त को सेबी को डीआरएचपी सौंपा है. ट्रैक्टरों और भारी वाहनों के लिए एक्सल और ट्रांसमिशन सिस्टम बनाने वाली कंपनी कैरारो इंडिया, आईपीओ के जरिये 1,811.65 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. यह पूरी तरह से ओएफएस बेस्ड होगा. इस तरह आईपीओ से मिली पूरी रकम इटली की मूल कंपनी के पास जाएगी.
कॉनकॉर्ड एनवायरो सिस्टम आईपीओ
मॉरीशस स्थित एएफ होल्डिंग्स के इन्वेस्टमेंट वाली कॉनकॉर्ड एनवायरो सिस्टम्स ने 27 अगस्त को सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया था. आईपीओ के तहत 192.3 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे. इसके अलावा प्रमोटर्स अपने 51.94 लाख शेयर ओएफएस के तहत बिक्री के लिए रखेंगे.
वेंटिव हॉस्पिटैलिटी आईपीओ
पुणे स्थित वेंटिव हॉस्पिटैलिटी, पंचशील रियल्टी और ब्लैकस्टोन का एक जॉइंट वेंचर है. कंपनी आईपीओ के जरिये 2,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इसके लिए कंपनी ने 10 सितंबर को सेबी को डीआरएचपी जमा कराया था. यह आईपीओ पूरी तरह से फ्रेश शेयर पर आधारित होगा.