आज से खुला श्री तिरुपति बालाजी का आईपीओ, ग्रे मार्केट में मचा रहा धूम

श्री तिरुपति बालाजी एग्रो कंपनी 5 सितंबर को खुल गया है. आईपीओ खुलने से पहले ही 6 इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने कंपनी में 50.90 करोड़ रुपये जुटा चुकी है.

श्री तिरुपति बालाजी ने खोला आईपीओ Image Credit: DEV IMAGES/Moment/Getty Images

मध्य प्रदेश बेस्ड श्री तिरुपति बालाजी एग्रो कंपनी का आईपीओ 5 सितंबर से खुल गया है. कंपनी आईपीओ खुलने से पहले 6 इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स से 50.90 करोड़ रुपये जुटा चुकी है. कंपनी का आईपीओ 5 से 9 सितंबर तक खुला रहेगा. श्री तिरुपति बालाजी के आईपीओ का प्राइस बैंड 78-83 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. एक लॉट में 180 शेयर हैं. कंपनी का कहना है कि वह आईपीओ के जरिये 122.43 करोड़ रुपये के 1.48 करोड़ नए शेयर जारी करेगी. इसके अलावा 47.23 करोड़ रुपये के 57 लाख शेयरों को ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के रुप में पेश करेगी.

इस आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) फिलहाल 25 रुपये चल रहा है. इसका मतलब है कि वर्तमान जीएमपी के हिसाब से कंपनी के शेयर 30 फीसदी प्रीमियम के साथ लिस्‍ट हो सकते हैं.

आईपीओ खुलने से पहले जुटाए 50.90 करोड़ रुपये?

एनएवी कैपिटल इमर्जिंग स्टार फंड, चाणक्य ऑपर्च्युनिटीज फंड 1 और नेक्स्ट ग्रोथ फंड 3 में से प्रत्‍येक ने इस आईपीओ में 10 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इनके अलावा एंकर बुकिंग के जरिये सेंट कैपिटल फंड, स्टेप ट्रेड रिवॉल्यूशन फंड और एस्ट्रोन कैपिटल वीसीसी- एर्वेन ने 20.9 करोड़ रुपये के शेयर्स की खरीदारी की.

क्या काम करती है कंपनी?

कंपनी ने कहा 83 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 61.32 लाख इक्विटी शेयरों को एंकर इन्वेस्टर्स के लिए एलोकेशन फाइनल किया है. कंपनी, फ्लेक्सिबल इंटरमीडिएट बल्क कंटेनर (एफआईबीसी) यानी फ्लेक्सिबल बैग और इंडस्ट्रियल पैकेजिंग प्रोडक्ट जैसे बुने हुए बोरे, नैरो फैब्रिक और टेप बनाती और बेचती है. कंपनी इनका बिजनेस देश के साथ विदेश में भी करती है. कंपनी के प्रोमोटर बिनोद कुमार अग्रवाल ने अपने शेयर को ओएफएस के जरिये बेचा है. बता दें कि कंपनी अपने इश्यू से 169.65 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. वहीं कंपनी 12 सितंबर को बीएसई, एनएसई पर अपने शेयरों की लिस्टिंग करेगी.

आईपीओ में मिलने वाले पैसों का इस्तेमाल कैसे करेगी कंपनी?

कंपनी का कहना है कि वो आईपीओ को जारी कर मिलने वाले पैसों का इस्तेमाल उधारी चुकाने, सब्सिडियरीज में निवेश करने, वर्किंग कैपिटल के जरूरतों को पूरा करने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करने वाली है.