शिपिंग बिजनेस से जुड़ी 30 साल पुरानी कंपनी ला रही अपना IPO, SEBI की मंजूरी का इंतजार
Shreeji Shipping Global का IPO एक लॉजिस्टिक्स और शिपिंग सेक्टर में निवेश का बड़ा मौका हो सकता है. कंपनी की योजना IPO से जुटाई गई रकम का उपयोग बेड़े विस्तार और कर्ज चुकाने के लिए करने की है. साथ ही, भारतीय पोर्ट्स के विकास और कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति इसे निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प बना सकती है.
Shreeji Shipping Global IPO: श्रीजी शिपिंग ग्लोबल लिमिटेड कंपनी IPO लाने की योजना बना रही है. श्रीजी शिपिंग ग्लोबल लिमिटेड ने शेयर बाजार नियामक सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर फाइल किए हैं. कंपनी 2 करोड़ इक्विटी शेयर के साथ अपना IPO लाना चाहती है. यह IPO पूरी तरह से फ्रेश इश्यू होगा.
कहां होगा पैसों का इस्तेमाल
कंपनी 289.4 करोड़ का इस्तेमाल सुपरामैक्स कैटेगरी के ड्राई बल्क कैरियर्स खरीदने के लिए करेगी. इसके अलावा 19.5 करोड़ का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए होगा. कंपनी पर सितंबर 2025 तक कुल कर्ज 264.54 करोड़ रुपये था.
क्या करती है कंपनी?
यह कंपनी गुजरात के जामनगर की श्रीजी ग्रुप की प्रमुख कंपनी है. 1994 से काम कर रही है. कंपनी ड्राई बल्क कार्गो के लिए शिपिंग और लॉजिस्टिक सॉल्यूशंस देती है. इसका फोकस मुख्य रूप से गुजरात के नॉन-मेजर पोर्ट्स और जेटीज पर है.
कंपनी ने सितंबर 2024 तक 20 से अधिक पोर्ट्स और जेटीज पर सेवाएं दी हैं. इसके प्रमुख पोर्ट्स में कांडला (मेजर पोर्ट), नवलखी, मगदल्ला, भावनगर, बेडी और धर्मातर (नॉन-मेजर पोर्ट्स), पुत्तलम पोर्ट, श्रीलंका (ओवरसीज पोर्ट) शामिल हैं.
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, इसके क्लाइंट्स में रिलायंस, अडानी समूह, अंबूजा सीमेंट, अल्ट्राटेक सीमेंट जैसे क्लाइंट शामिल हैं.
बता दें कि, D&B रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में कार्गो हैंडलिंग 2024 में 1,540 मिलियन मीट्रिक टन (MMTs) से बढ़कर 2030 तक 2,849 MMTs तक पहुंचने की उम्मीद है. गुजरात के पोर्ट्स पर तेज विकास की संभावना है, इसके 2024 में 317.20 MMTs से बढ़कर 2030 में 720 MMTs तक पहुंचने का अनुमान है. यह सालाना 17.50% की तेजी से विकास कर सकता है.
भारत का पोर्ट नेटवर्क
भारत में कुल 12 प्रमुख पोर्ट्स और 217 छोटे पोर्ट्स हैं. इनमें से 78 नॉन-मेजर पोर्ट्स पर कार्गो हैंडल किया जाता है. अन्य पोर्ट्स मछली पकड़ने और अन्य कार्यों के लिए उपयोग किए जाते हैं.
कैसे ही श्रीजी शिपिंग ग्लोबल की वित्तीय स्थिति
2023-24 में कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स ₹124.51 करोड़ (पिछले साल ₹118.89 करोड़ था). कंपनी की कुल कमाई 2023-24 में ₹736.17 करोड़ (2022-23 में ₹827.33 करोड़ थी).
IPO मैनेजर्स: Beeline Capital Advisors Private Ltd और Elara Capital (India) Private Ltd को इस इश्यू का बुक-रनिंग लीड मैनेजर बनाया गया है.
डिस्क्लेमर– Money9live किसी स्टॉक या IPO में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.