इस राज्‍य के निवेशक IPO में जम कर लगाते हैं पैसे, सेबी की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

सेबी ने जारी अपने अध्ययन में बताया कि एक अंतराल में जारी आईपीओ को ध्यान में रखते हुए यह पाया गया कि मुख्य रूप से चार राज्यों ने जमकर निवेश किया है. इसके अलावा निवेशकों के निवेश करने और बेचने की प्रवृत्ति को भी समझा गया.

नॉमिनेशन को लेकर सेबी ने निवेशकों की पुरानी शिकायत को दूर किया है. Image Credit: Pavlo Gonchar/SOPA Images/LightRocket via Getty Images

मार्केट नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने हाल ही में आईपीओ निवेशकों को लेकर एक अध्ययन जारी किया है. इसमें तमाम जानकारियों के साथ यह भी बताया गया कि देश के किस राज्य के निवेशक को आईपीओ का सबसे ज्यादा शेयर अलॉट होता है. स्टडी के मुताबिक एक समय अंतराल में लिस्डेट आईपीओ के तकरीबन 70 फीसदी निवेशक चार राज्य के हैं. गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश.

सेबी की स्टडी के अनुसार, आईपीओ में गुजरात के रीटेल निवेशकों को सबसे ज्यादा यानी 39.3 फीसदी शेयर्स अलॉट होते हैं. उसके बाद 13.5 फीसदी शेयर्स महाराष्ट्र, 10.5 फीसदी शेयर्स राजस्थान और 5.6 फीसदी शेयर्स उत्तर प्रदेश के निवेशकों को अलॉट होते हैं. वहीं बात अगर नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टरों (एनआईआई) की करें तो गुजरात के निवेशकों को 42.3 फीसदी शेयर्स अलॉट होते हैं वहीं महाराष्ट्र के 20.4 फीसदी और राजस्थान के निवेशकों के खाते में 15.5 फीसदी शेयर्स जाते हैं.

इससे इतर स्टडी में निवेशकों के बिहेवियर को लेकर भी जरूरी बात सामने आई हैंं. सेबी ने इस स्‍टडी में बताया है कि आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशक लिस्टिंग में मिले 54 फीसदी शेयर्स को एक हफ्ते के अंदर ही बेच देते हैं. बढ़ते अंतराल के साथ इस संख्या में और बढ़ोतरी देखी गई. लिस्टिंग के 1 साल बाद यह आंकड़ा 54 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी पर पहुंच जाता है.

सेबी ने दर्ज किया कि जिनकी शेयर वैल्यू कम होती है निवेशक उन्हें होल्ड करते हैं वहीं जिन आईपीओ की वैल्यू बढ़ने लगती है निवेशक उनके शेयर्स को बेच देते हैं. आपको बता दें कि सेबी ने यह स्टडी अप्रैल 2021 से दिसंबर 2023 के बीच जारी किए गए आईपीओ के आधार पर की है. इस अंतराल में लिस्टेड 144 आईपीओ को आधार मान कर सेबी ने अपनी स्टडी पब्लिश की है. बता दें कि लिस्टेड 144 आईपीओ में से 75 फीसदी यानी 108 कंपनियों ने पॉजिटिव रिटर्न दिया है.

सेबी ने एक प्रेस रिलीज में कहा, “स्टडी में निवेशकों की अलग प्रवृत्ति दिखी. निवेशक ने उन आईपीओ के शेयरों को ज्यादा बेचा जिन्होंने सकारात्मक लिस्टिंग दर्ज किया बजाय उन शेयरों के जो नुकसान में सूचीबद्ध हुए.”