Suraksha Diagnostic IPO share : ऐसे चेक करें एलॉटमेंट का स्टेट्स, बहुत आसान है प्रोसेस

खास बात यह है कि कंपनी के शेयर 6 दिसंबर को एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध होने की उम्मीद है. बाजार सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा डायग्नोस्टिक गैर-सूचीबद्ध बाजार में 0 रुपये के जीएमपी के साथ कारोबार कर रहा है, जो इश्यू मूल्य से 0 फीसदी के प्रीमियम के बराबर है.

भारत में डायग्नोस्टिक्स सेवाओं का बाजार वित्त वर्ष 2024 में लगभग 86,000-87,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है. Image Credit: FreePik/Money9 Live

सुरक्षा डायग्नोस्टिक आईपीओ शेयर का आवंटन आज कर दिया जाएगा. निवेशकों को लॉटरी के आधार पर शेयर जारी किए जाएंगे. खास बात यह है कि पूरी प्रक्रिया रजिस्ट्रार की निगरानी में होगी. अगर आपने सब्सक्रिप्शन किया है और आवंटन का स्टेट्स जानना चाहते हैं, तो बीएसई के माध्यम से या रजिस्ट्रार की वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं. इसके लिए नीचे बताए गए प्रोसेस को फॉलो करें.

ये है पूरा प्रोसेस

  • स्टेट्स चेक करने के लिए सबसे पहले बीएसई वेबसाइट (https://www.bseindia.com/investors/appli_check.aspx) पर जाएं.
  • फिर ड्रॉप डाउन में इश्यू का नाम, यानी कंपनी का नाम चुनें.
  • इसके बाद आवंटन की स्थिति की जांच करने के लिए आवेदन संख्या या पैन नंबर दर्ज करें.

अब आप रजिस्ट्रार के माध्यम से सुरक्षा डायग्नोस्टिक आईपीओ आवंटन की स्थिति की जांच करने के लिए, जो इस मामले में केफिन टेक्नोलॉजीज है, कृपया नीचे दिए गए चरणों का पालन करें.

  • केफिन टेक्नोलॉजीज की वेबसाइट (https://ipostatus.kfintech.com/) पर जाएं.
  • सुरक्षा डायग्नोस्टिक आईपीओ चुनें.
  • पैन विवरण दर्ज करें और स्टेट्स जानने के लिए सर्च पर क्लिक करें.

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आईपीओ पूरी तरह से ओएफएस है

द इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, सुरक्षा डायग्नोस्टिक का आईपीओ पहले दो दिनों में प्रतिक्रिया मिलने के बाद बोली प्रक्रिया के अंतिम दिन ही सफल हो गया. कुल सदस्यता बंद होने पर 1.27 गुना रही. चूंकि आईपीओ पूरी तरह से ओएफएस है, इसलिए कंपनी को इस इश्यू से कोई इनकम नहीं होगी. सुरक्षा डायग्नोस्टिक वित्त वर्ष 23 तक परिचालन आय के मामले में पूर्वी भारत में मुख्यालय वाली सबसे बड़ी पूर्ण-सेवा और एकीकृत डायग्नोस्टिक श्रृंखला है. यह अपने ग्राहकों को पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी परीक्षण और चिकित्सा परामर्श सेवाओं के लिए वन-स्टॉप एकीकृत समाधान प्रदान करता है.

कई राज्यों में फैला है नेटवर्क

इसके परिचालन नेटवर्क पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और मेघालय सहित कई राज्यों में फैला हुआ है. 31 मार्च, 2024 तक इसके पास एक प्रमुख केंद्रीय संदर्भ प्रयोगशाला, 8 उपग्रह प्रयोगशालाएं और 194 ग्राहक टचपॉइंट शामिल है. वित्त वर्ष 2024 के दौरान, इसने लगभग 1.14 मिलियन रोगियों की सेवा करते हुए लगभग 5.98 मिलियन जांच की.

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इतने करोड़ रुपये का कारोबार

क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में डायग्नोस्टिक्स सेवाओं का बाजार वित्त वर्ष 2024 में लगभग 86,000-87,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है और वित्त वर्ष 2028 तक लगभग 10 फीसदी से 12 फीसदी की सीएजीआर से बढ़कर लगभग 1,27,500 – 1,37,500 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. वित्त वर्ष 24 में सुरक्षा का राजस्व एक साल पहले की अवधि में 190 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 219 करोड़ रुपये हो गया. इस बीच कर के बाद लाभ कई गुना बढ़कर 23 करोड़ रुपये हो गया.