Suraksha Diagnostic का IPO 29 नवंबर को खुलेगा, जानें प्राइस बैंड और सारी डिटेल्स

Diagnostic Services देने वाली इस कंपनी ने इसके लिए Draft Red Herring Prospectus (DRHP) भी जमा कर दिया है. कंपनी का Public Issue 29 नवंबर को Subscriptions के लिए खुलेगा. वहीं बात अगर प्राइस बैंड डिटेल की करे तो यह 26 नवंबर को सामने आएंगी.

सुरक्षा डायग्नॉस्टिक Image Credit: Money 9

Suraksha Diagnostic ने अपने IPO को ओपन करने की पूरी तैयारी कर ली है. Diagnostic Services देने वाली इस कंपनी ने इसके लिए Draft Red Herring Prospectus (DRHP) भी जमा कर दिया है. कंपनी का Public Issue 29 नवंबर को Subscriptions के लिए खुलेगा. चलिए आपको इस आईपीओ से जुड़ी सारी डिटेल्स देते हैं और कंपनी के बारे में भी बताएंगे.

आपको बता दें कि केवल मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से 1.91 करोड़ इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल होगा. कोई नए शेयर जारी नहीं होंगे. 29 नवंबर को IPO के खुलने से पहले एंकर इन्वेस्टर्स 28 नवंबर को बोली लगाने को तैयार हैं. वहीं इश्यू की क्लोजिंग 3 दिसंबर को करने की तैयारी है. इस में मर्चेंट बैंक की सूची में ICICI सिक्योरिटीज, नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट और SBI कैपिटल मार्केट शामिल हैं. बता दें कि प्राइस बैंड को लेकर जानकारी 26 नवंबर को सामने आएगी.

किसकी कितनी हिस्सेदारी

कंपनी में ऑर्बिमेड का भी निवेश है. मॉरीशस 33.35 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सुरक्षा डायग्नोस्टिक में सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है. कंपनी के प्रमोटर डॉ. सोमनाथ चटर्जी, रितु मित्तल और सतीश कुमार वर्मा के पास 44.02 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

OFS में सुरक्षा डायग्नोस्टिक के प्रमोटर्स सोमनाथ चटर्जी, रितु मित्तल और सतीश कुमार वर्मा तीनों 21.32- 21.32 लाख शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे. मॉरीशस 1.06 करोड़ शेयर बेचेगी. बाकी 21.32 लाख शेयर मुन्ना लाल केजरीवाल और संतोष कुमार केजरीवाल की ओर से बिक्री के लिए रखे जाएंगे.

कंपनी का लेखा जोखा

फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में सुरक्षा डायग्नोस्टिक का कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा 262.6% बढ़कर 23.6 करोड़ रुपये हो गया. पिछले साल यह 6.5 करोड़ रुपये था. कंपनी का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2024 में 15% बढ़कर 218.7 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की तुलना में अधिक है. EBITDA भी 59.5% बढ़कर 70 करोड़ रुपये हो गया, जबकि मार्जिन 893 बीपीएस बढ़कर 32.03% हो गया. वहीं कंपनी का अप्रैल-जून 2024 तिमाही में कंपनी का मुनाफा 7.94 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 60.73 करोड़ रुपये रहा.

क्या करती है कंपनी?

कंपनी की शुरुआत साल 1992 में कोलकाता में हुआ था. कंपनी ने पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी सेवाएँ एक ही छत के नीचे प्रदान करने वाले पहली डायग्नोस्टिक केंद्रों के रूप में उभरी. उसके बाद कंपनी ने उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में दूसरा केंद्र खोला. कंपनी ने न केवल उत्तर बंगाल, बल्कि पड़ोसी राज्यों और देशों के रोगियों को भी सेवा प्रदान करते हैं.