Swiggy IPO Day 3: दांव लगाने का आखिरी मौका, चेक कर लें लेटेस्ट GMP और एक्सपर्ट्स की राय
Swiggy का आईपीओ 8 नवंबर यानी आज बंद होने वाला है, ऐसे में इसे सब्सक्राइब करने का मौका है. अभी तक आईपीओ को निवेशकों से ठीक ठाक रिस्पॉन्स मिला है, आगे इसकी लिस्टिंग कैसी होगी इसके लिए लेटेस्ट जीएमपी देखें.
ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी के आईपीओ में बोली लगाने का आज आखिरी मौका है. इसके बाद सब्सक्रिप्शन के लिए यह बंद हो जाएगा. इस आईपीओ के जरिए कंपनी 11,327.43 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. स्विगी के आईपीओ को निवेशकों से अभी तक ठीक-ठाक रिस्पॉन्स मिला है. पहले दिन निवेशकों ने जहां 12% सब्सक्राइब किया तो दूसरे दिन आईपीओ का सब्सक्रिप्शन स्टेटस 35% रहा. ऐसे में इस आईपीओ में दांव लगाना कितना सही होगा इसके लिए लेटेस्ट जीएमपी चेक कर लें, साथ ही ब्रोकिंग फर्मों का का क्या मानना है इस पर भी नजर डालते हैं.
कितना है प्राइस बैंड?
स्विगी ने 4,499 करोड़ रुपये के शेयरों का फ्रेश इश्यू जारी किया है. साथ ही 6,828 करोड़ रुपये की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) शामिल है. बेंगलुरु स्थित स्विगी का आईपीओ बोली के लिए 6 नवंबर को खुला था, जो 8 नवंबर को बंद होगा. इसका प्राइस बैंड 371 से 390 रुपये तय किया गया है. आईपीओ ने 5 नवंबर को एंकर बुक के जरिए ₹5,085.02 करोड़ जुटाए थे.
OFS में किसने बेचे शेयर
OFS में अपने शेयर बेचने वाले स्टेक होल्डर्स में एक्सेल इंडिया IV (मॉरीशस) लिमिटेड, एपोलेटो एशिया लिमिटेड, अल्फा वेव वेंचर्स, एलपी, कोट्यू पीई एशिया XI एलएलसी, डीएसटी यूरोएशिया वी बी.वी., एलिवेशन कैपिटल वी लिमिटेड, इंस्पायर्ड एलीट इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड, एमआईएच इंडिया फूड होल्डिंग्स बी.वी., नॉरवेस्ट वेंचर पार्टनर्स VIIA-मॉरीशस और टेनसेंट क्लाउड यूरोप बी.वी. शामिल हैं.
कितना है लेटेस्ट GMP?
- स्विगी के शेयर ग्रे मार्केट में शुक्रवार को 2 रुपये के प्रीमियम पर कारोबार करते नजर आए. इंवेस्टरगेन के अनुसार आईपीओ के अपर प्राइस बैंड और ग्रे मार्केट में मौजूदा प्रीमियम को ध्यान में रखते हुए,क्या है एक्सपर्ट्स की राय?
- स्विगी शेयर की कीमत की अनुमानित लिस्टिंग 392 प्रति शेयर हो सकती है, जो कि ₹390 के आईपीओ मूल्य से 0.51% ज्यादा है. यह डेटा पिछले 15 सत्रों के ग्रे मार्केट के रुझानों पर आधारित है.
- स्विगी का अब तक का सबसे ज्यादा जीएमपी 25 रुपये और न्यूनतम जीएमपी ₹0 दर्ज किया गया है.
क्या है एक्सपर्ट्स की राय?
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि स्विगी भारत के हाइपरलोकल कॉमर्स उद्योग में प्रमुख कंपनी है, जिसने 2014 में फूड डिलीवरी और 2020 में क्विक कॉमर्स की शुरुआत की थी. इसे व्यापक रूप से एक इनोवेशन लीडर के रूप में माना जाता है. कुछ अन्य ब्रोकिंग फर्मों के विश्लेषण के अनुसार, स्विगी की प्रति शेयर आय और नेटवर्थ पर रिटर्न नेगेटिव होने के बावजूद, जून 2024 तक प्राइस टू बुक रेशियो आक्रामक बना हुआ है, ऐसे में लॉन्ग टर्म के लिहाज से ये ज्यादा बेहतर हो सकते हैं.
डिसक्लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें.