हुंडई और LIC की तरह धड़ाम न हो जाए Swiggy का आईपीओ, GMP दे रहा ये संकेत

स्विगी बुधवार, 6 नवंबर को अपना आईपीओ लाने जा रही है. इस मेगा आईपीओ का इंतजार निवेशकों को बेसब्री से है. शुरुआती दौर में ग्रे मार्केट में इसमें जबरदस्‍त उछाल देखने को मिला, वर्तमान में इसकी स्थिति कैसी है और ये फायदे का सौदा होगा या नहीं यहां समझिए.

स्विगी आईपीओ Image Credit: TV9 Bharatvarsh

Swiggy IPO GMP:ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी बुधवार, 6 नवंबर को अपना आईपीओ लाने जा रही है. इस मेगा आईपीओ का इंतजार निवेशकों को बेसब्री से है. फूड-टेक प्लेयर का 11,327 करोड़ रुपये का आईपीओ, हुंडई मोटर इंडिया, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC), वन97 कम्युनिकेशंस (Paytm), कोल इंडिया और रिलायंस पावर के बाद भारत का छठा सबसे बड़ा आईपीओ होगा. इसी कारण लिस्टिंग से पहले ही इसे जबरदस्‍त रिस्‍पाॅन्‍स मिलते देखा गया. ऐसे में सवाल उठता है कि क्‍या यह आईपीओ निवेशकों की कमाई कराएगा या नहीं.

स्विगी के ग्रे मार्केट के प्रदर्शन पर नजर डालें तो आईपीओ की खबर के समय से इसमें शानदार तेजी देखने को मिली, लेकिन वर्तमान स्थिति देखें तो ये कमजोर नजर आ रहा है. स्विगी आईपीओ का जीएमपी 5 नवंबर को 7 रुपये दर्ज किया गया है, जो अपने प्राइस बैंड 390 रुपये से 7 रुपये ज्‍यादा है. लिहाजा स्विगी आईपीओ की अनुमानित लिस्टिंग 397 रुपये पर हो सकती है. ऐसे में निवेशकों को इसमें ज्‍यादा फायदा होता नजर नहीं आ रहा है.

GMP में आई गिरावट

शुरुआती दौर में स्विगी के आईपीओ को लेकर निवेशकों में काफी क्रेज देखने को मिला, लेकिन जब से इसकी ओपनिंग की तारीख नजदीक आ रही है, इसके जीएमपी में गिरावट देखने को मिल रही है. इंवेस्‍टरगेन के अनुसार पिछले ग्रे मार्केट में 13 सेशन में स्विगी के आईपीओ के प्रदर्शन को देखते हुए मंगलवार को इसका जीएमपी 7 रुपये दर्ज किया गया, जो पिछले मूल्‍य से कम है. इसका उच्‍चतम जीएमपी 25 रुपये रह चुका है, लेकिन इसमें आ रही गिरावट कमजोर लिस्टिंग की ओर इशारा कर रहा है.

इन आईपीओ ने किया निराश

हाल ही में देश की दिग्‍गज कंपनियां अपना आईपीओ लेकर आईं. सबसे ज्‍यादा सुर्खियां हुंडई मोटर इंडिया ने बंटोरी. यह अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था, लेकिन निवेशकों को इसने काफी निराश किया. लिस्टिंग के पहले ही दिन इसके शेयर मार्केट में 1 फीसदी के डिस्‍काउंट के साथ लिस्‍ट हुए. पैसेंजर व्हीकल बनाने वाली इस कंपनी को BSE पर 1,931 रुपये पर लिस्ट किया गया, जो इसके इश्यू प्राइस 1,960 रुपये से 1.48 फीसदी कम था. इसी तरह एलआईसी की लिस्टिंग भी कम पर हुई थी. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर एलआईसी के शेयर की लिस्टिंग 8.62 फीसदी डिस्काउंट पर 867.20 रुपये पर हुई थी, जबकि एनएसई पर ये स्टॉक 872 रुपये पर लिस्ट हुआ था. ऐसे में स्विगी के आईपीओ की ग्रे मार्केट में खस्‍ता हालत को देख इसके भी फ्लॉप होने की आशंका बढ़ गई है.

कितना है प्राइस बैंड?

कंपनी ने अपने शेयरों की कीमत 371-390 रुपये प्रति शेयर तय की है. इसमें निवेशक न्यूनतम 38 इक्विटी शेयरों और उसके बाद इसके मल्‍टीपल के लिए आवेदन कर सकते हैं. आईपीओ बोली लगाने के लिए 6 नवंबर को खुलेंगे, जिसे 8 नवंबर तक सब्सक्राइब किया जा सकेगा.

डिसक्‍लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्‍यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्‍टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्‍य लें.