Trafiksol ITS Technologies IPO को बड़ा झटका, BSE ने टाल दी लिस्टिंग
ट्रैफिकसोल आईटीएस टेक्नोलॉजीज की मार्केट डेब्यू की तारीख टल गई है. 17 सितंबर 2024 को होने वाली लिस्टिंग को कुछ अस्पष्ट सवालों के कारण टाल दिया गया है. बीएसई ने ट्रैफिकसोल को सलाह दी है कि जब तक मामले स्पष्ट नहीं हो जाते, तब तक वह इश्यू की आय को एस्क्रो अकाउंट में रखे.
ट्रैफिकसोल आईटीएस टेक्नोलॉजीज की मार्केट डेब्यू की तारीख टल गई है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने एक्स पर बताया कि 17 सितंबर 2024 को होने वाली लिस्टिंग को कुछ अस्पष्ट सवालों के कारण टाल दिया गया है. बीएसई ने ट्रैफिकसोल को सलाह दी है कि जब तक मामले स्पष्ट नहीं हो जाते, तब तक वह इश्यू की आय को एस्क्रो अकाउंट में रखे. कार्रवाई से पहले यह SME आईपीओ ग्रे मार्केट में 135 फीसदी पर कारोबार करते देखा गया था.
एस्क्रो अकाउंट क्या होता है?
एस्क्रो अकाउंट, लेन-देन में शामिल सभी पक्षों को सुरक्षा देने के लिए बनाया गया एक न्यूट्रल खाता है. इसमें धन, प्रतिभूतियां, निधियां, या किसी अन्य तरह की संपत्ति रखी जा सकती है.
Trafiksol ITS Technologies IPO से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
ट्रैफिकसोल का आईपीओ, जिसकी कीमत लगभग 45 करोड़ रुपये थी, इसे 10 से 12 सितंबर 2024 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खोला गया था. शेयरों की कीमत 66-70 रुपये प्रति शेयर थी. इस आईपीओ को जबरदस्त रिस्पांस देखने को मिली. इसका सब्सक्रिप्शन 345.65 गुना अधिक हुआ. निवेशकों ने 42.66 लाख शेयरों के मुकाबले 147.45 करोड़ शेयरों के लिए बिड डाले. खुदरा निवेशकों के लिए शेयर 317.66 गुना सब्सक्राइब हुए, जबकि HNIs के लिए 699.40 गुना और QIBs के लिए 129.22 गुना सब्सक्रिप्शन देखने को मिला.
इन पैसों का उपयोग कहां होना था?
आईपीओ में 64.1 लाख शेयरों की नई पेशकश थी. कंपनी इन पैसों का उपयोग सॉफ़्टवेयर खरीद, कुछ कर्ज चुकाने, कार्यशील पूंजी और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी.
क्या है कंपनी का कामकाज?
ट्रैफिकसोल आईटीएस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड की स्थापना 5 मार्च, 2018 को हुई थी. कंपनी यातायात और टोल प्रबंधन से संबंधित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए एंड-टू-एंड सेवाएं प्रदान करता है. ट्रैफिकसोल आईटीएस पर केंद्रित सॉफ्टवेयर विकास, परामर्श और इंजीनियरिंग समाधानों की एक विस्तृत श्रृंखला मुहैया करती है. कंपनी की विशेषज्ञता में उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली (एटीएमएस), टोल प्रबंधन प्रणाली (टीएमएस), सुरंग प्रबंधन प्रणाली (टीएनएमएस) शामिल हैं