Unimech Aerospace IPO : GMP 405 से 480 पहुंचा, ये है इसकी ताकत!
इस IPO का प्राइस बैंड 745-785 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. रिटेल निवेशक कम से कम एक लॉट के लिए बिड कर सकते हैं. एक लॉट में 19 शेयर है. इस हिसाब से रिटेल निवेशकों को 14,915 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. आइए इसे विस्तार से जानते हैं.
आज, 23 दिसंबर से Unimech Aerospace का IPO आम निवेशकों के लिए खुल रहा है. निवेशक इसमें 26 दिसंबर तक बोली लगा सकेंगे. जिसका इश्यू साइज 500 करोड़ रुपये है. जिसमें 250 करोड़ रुपये का OFS शामिल है. इसकी लिस्टिंग साल के अंतिम दिन, 31 दिसंबर को BSE, NSE पर होनी है. इस IPO के अनलिस्टेड शेयर ग्रे मार्केट में कमाल कर रहे हैं. आइए आपको इसका लेटेस्ट GMP बताते हैं साथ ही इससे जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी आपको बताएंगे.
IPO के लिए जरूरी तिथियां
- IPO खुलने की तारीख: 23 दिसंबर 2024
- IPO बंद होने की तारीख: 26 दिसंबर 2024
- अलॉटमेंट की तारीख: 27 दिसंबर 2024
- रिफंड इनिसिएशन: 30 दिसंबर 2024
- लिस्टिंग डेट: 31 दिसंबर 2024
इश्यू प्राइस और मिनिमम इनवेस्टमेंट?
इस IPO का प्राइस बैंड 745-785 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. रिटेल निवेशक कम से कम एक लॉट के लिए बिड कर सकते हैं. एक लॉट में 19 शेयर है. इस हिसाब से रिटेल निवेशकों को 14,915 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. रिटेल निवेशकों इसमें अधिकतम 13 लॉट के लिए आवेदन कर सकते हैं.
IPO का कितना हिस्सा किसके लिए रिजर्व?
कंपनी ने इस IPO में 50 फीसदी हिस्सा संस्थागत निवेशकों के लिए रिजर्व रखा गया है. वहीं, कंपनी ने इश्यू का 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व रखा गया है. वहीं 15 फीसदी हिस्सा NII (नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ) के लिए रिजर्व रखा है.
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GMP क्या दे रहा संकेत?
कंपनी के अनलिस्टेड शेयर ग्रे मार्केट में दमदार लिस्टिंग के संकेत दे रहे हैं. 18 दिसंबर को इसका GMP 405 रुपये था. और आज यह बढ़कर 480 रुपये पर पहुंच गया है. इसके अपर प्राइस बैंड 785 रुपये और GMP 480 रुपये को ध्यान में रखकर देखें तो इसकी लिस्टिंग 1,265 ( 61.15 ) फीसदी प्रीमियम पर हो सकती है. हालांकि ये अनुमान है. जरूरी नहीं कि ऐसा ही होता नजर आए.
इस IPO की ताकत
इस आईपीओ की ताकत है कि यह एक बड़ी डिजिटल निर्माण कंपनी है. इसके पास अपने काम को बेहतर तरीके से करने के लिए शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर है. कंपनी का अनुभव उन बाजारों में है, जहां नए खिलाड़ियों के लिए प्रवेश करना मुश्किल होता है. यह निर्यात पर आधारित है और दुनियाभर में अपनी सेवाएं प्रदान करती है. इसके पास मजबूत वेंडर नेटवर्क और ठेकेदारों का प्रबंधन करने की क्षमता है. इसके बलबूते यह बड़ी परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा करती है.
IPO से जुटाए पैसे का इस्तेमाल
Unimech Aerospace अपनी विकास योजनाओं के लिए मशीनें और उपकरण खरीदने के खर्च को पूरा करेगी। इसके साथ ही, अपने रोज़मर्रा के कामकाज के लिए जरूरी धन का इंतजाम करेगी. कंपनी अपनी मुख्य सहायक कंपनी में भी पैसा लगाएगी, जिससे उसकी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी हों, नई मशीनें खरीदी जा सकें और उसके कुछ कर्ज़ चुकाए जा सकें.
कंपनी का कामकाज
कंपनी की स्थापना 2016 में हुई थी. यह कंपनी कच्चे स्टील की छड़ों को तैयार मशीनरी और इलेक्ट्रो-मैकेनिकल उपकरणों में बदलने का काम करती है. यह काम छोटे-छोटे पुर्जों से शुरू होकर एयरक्राफ्ट इंजन और एयरफ्रेम के उत्पादन तक पहुंचता है.
डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.