इकट्ठा कर लें पैसा! बाजार में जल्द खुलेंगे ये 10 IPO, निवेशकों के पास जबरदस्त मौका
Upcoming IPOs List: शेयर बाजार के एक्सपर्ट ने कहा कि, "महाराष्ट्र चुनाव और यूपी उपचुनाव के नतीजों का बाजार पर पॉजिटिव असर पड़ा है, जिससे IPO को बढ़ावा मिल सकता है."
भारत में आजकल कई IPO आ रहे हैं, हालांकि बाजार में आईपीओ सुस्त चल रहे हैं, लिस्टिंग गेन अच्छे नहीं मिल रहे. लेकिन निवेशकों का उत्साह ठंडा नहीं हुआ है, कंपनी के फंडामेंटल्स अच्छे होने पर वे पैसा लगा रहे हैं. आने वाले समय में कई सारे आईपीओ और आने वाले हैं, जिससे बाजार में जबरदस्त हलचल रहने की संभावना है. कम से कम 10 कंपनियां अपने आईपीओ ला रही हैं, ये कंपनियां मिल कर करीब 20 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. चलिए जानते हैं IPOs की लिस्ट…
- विशाल मेगा मार्ट: 8,000 करोड़ का IPO. यह पूरी तरह से प्रमोटर के शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) होगी.
- इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (इंडिया): 4,000 करोड़ का IPO. इसमें 1,250 करोड़ की नई शेयर इश्यू और 2,750 करोड़ का OFS शामिल है.
- अवांस फाइनेंशियल सर्विसेज: 3,500 करोड़ का IPO. 1,000 करोड़ के नए शेयर और 2,500 करोड़ का OFS. फंड का इस्तेमाल कैपिटल बढ़ाने के लिए होगा.
- साई लाइफ साइंसेज: इसका आईपीओ दिसंबर में आ सकता है.
- पारस हेल्थकेयर (हॉस्पिटल चेन): इस हॉस्पिटल की भी आईपीओ के जरिए फंड जुटाने की तैयारी है.
- डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स (इन्वेस्टमेंट बैंक): यह भी अपना आईपीओ दिसंबर में लाने की तैयारी में हैं.
- सुरक्षा डायग्नोस्टिक: इसका भी आईपीओ जल्द लाने की तैयारी है.
- ममता मशीनरी: इसका आईपीओ अगले महीने IPO आएगा.
- ट्रांसरेल लाइटिंग: यह भी अपना आईपीओ प्लान कर रही है.
पीटीआई से बातचीत में ट्रेडजिनी के COO त्रिवेश डी ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव और यूपी उपचुनाव के नतीजों का बाजार पर पॉजिटिव असर पड़ा है, जिससे IPO को बढ़ावा मिल सकता है.”
वहीं क्वेस्ट इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स के हेड ऑफ रिसर्च, सौरभ पटवा ने कहा कि, “IPO की बड़ी संख्या लिक्विडिटी पर दबाव डाल सकती है, खासतौर पर अगर विदेशी निवेशक पैसा निकालते रहें.”
यह भी पढ़ें: बनें निवेश के महारथी, तुरंत अपनाएं वॉरन बफे के ये 6 मंत्र; भर कर कमाएंगे मुनाफा!
क्या है बाजार की मौजूदा स्थिति?
बता दें कि इस साल अब तक 75 कंपनियों ने बाजार के जरिए 1.3 लाख करोड़ जुटाए हैं. वहीं साल 2023 में 57 कंपनियों ने 49,436 करोड़ जुटाए थे.