आने वाला है 60 हजार करोड़ से ज्यादा का IPO, कई मुनाफा देने वाली कंपनियां हैं कतार में

पिछले कुछ सालों में भारतीय IPO बाजार में तेजी देखने को मिली है. कई कंपनियां हैं जिन्होंने तगड़ा मुनाफा दिया है. अगले दो महीनों में भारतीय बाजार में कई कंपनियों का IPO लॉन्च होने वाला है. अनुमान है कि इन IPO के जरिए कंपनियां 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा पैसा बाजार से जुटाएंगी. साथ ही, निवेशकों के लिए मुनाफा कमाने का बेहतरीन मौका होगा.

जल्द लॉन्च होगा बाजार में नया IPO Image Credit: traffic_analyzer/Getty Images Creative

भारत में अगले दो महीनों में कई कंपनियां IPO लाने वाली हैं, जिनमें हुंडई मोटर इंडिया, स्विगी और एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी शामिल हैं. मर्चेंट बैंकरों ने अनुमान लगाया है कि IPO के जरिए इन कंपनियों का लक्ष्य करीब 60 हजार करोड़ रुपये जुटाने का है. इसके अलावा, अगले दो महीनों में एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर, वारी एनर्जीज, निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस, वन मोबिक्विक सिस्टम्स और गरुड़ कंस्ट्रक्शन जैसी कुछ कंपनियां IPO लाने की तैयारी में हैं.

इक्विरस के प्रबंध निदेशक और इक्विटी कैपिटल मार्केट्स के प्रमुख मुनीश अग्रवाल को उम्मीद है कि सितंबर के अंत और दिसंबर के बीच 30 से ज्यादा IPO अलग-अलग सेक्टर और डील साइज में देखने को मिलेंगे, जिसमें फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल शामिल हैं.

किस कंपनियों का है नंबर

हुंडई मोटर्स लिमिटेड, जो दक्षिण कोरियाई कार कंपनी हुंडई मोटर्स की सहायक कंपनी है, उम्मीद की जा रही है कि वह IPO के जरिए 25,000 करोड़ रुपये जुटाएगी, जो संभवतः 21 हजार करोड़ की LIC IPO को पीछे छोड़कर भारत की सबसे बड़ी IPO बन जाएगी. इसके अलावा, फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी स्विगी ने IPO के जरिए 10,414 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी शुरू कर दी है, जिसमें फ्रेश इश्यू से 3,750 करोड़ रुपये और OFS के जरिए 6,664 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है.

एनटीपीसी की सहायक कंपनी, एनटीपीसी ग्रीन, जो नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में काम करती है, नवंबर की शुरुआत में 10 हजार करोड़ रुपये का IPO लाने की तैयारी में है. शापूरजी पल्लोनजी समूह की कंस्ट्रक्शन फर्म एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर भी 7,000 करोड़ रुपये की पेशकश के साथ इस समूह में शामिल होने के लिए तैयार है. वारी एनर्जी OFS और फ्रेश इश्यू के जरिए 3 हजार करोड़ रुपये जुटाएगी.

अन्य कंपनियों में निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस और वन मोबिक्विक सिस्टम्स शामिल हैं, जिनका लक्ष्य क्रमशः 3 हजार करोड़ और 7 सौ करोड़ रुपये जुटाने का है. IPO के जरिए जुटाए गए पैसे का उपयोग कंपनियां अपने विस्तार, कर्ज चुकाने और वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में करेंगी.