Upcoming IPO: भारतीय बाजार में लिस्ट होगी वालमार्ट की PhonePe, आईपीओ के लिए तैयारी की शुरू
अमेरिकी रिटेल दिग्गज Walmart की सहायक कंपनी PhonePe भारतीय बाजार में लिस्ट होगी. इसके लिए कंपनी ने आईपीओ लाने की तैयारी शुरू कर दी है. 2023 में कंपनी को 12 अरब डॉलर के वैल्युएशन पर फंडिग मिली थी. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी के आईपीओ का साइज कितना बड़ा होगा.
Flipkart के जरिये भारत की सबसे बड़ी फिनटेक कंपनियों में शामिल PhonePe को टेकओवर करने के बाद वालमार्ट ने अब इस कंपनी को भारतीय बाजार में लिस्ट करने का फैसला किया है. गुरुवार 20 फरवरी को फोनपे प्रबंधन ने इसकी जानकारी दी है. फोनपे ने इस संबंध में एक बयान जारी कर कहा कि कंपनी भारतीय बाजार में लिस्टिंग के लिए आईपीओ लाने की तैयारी शुरू कर रही है.
कंपनी ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि फोनपे को भारतीय एक्सचेंजों में लिस्ट करने की योजना बनाई जा रही है. यह कदम कंपनी के लिए एक मील का पत्थर है. यह इसलिए भी अहम है कि कंपनी इस साल अपनी 10वीं वर्षगांठ मनाएगी. करोड़ों ग्राहकों को इनोवेटिव फिनटेक सर्विस देते हुए कंपनी इस पड़ाव पर पहुंची है. 2016 में स्थापित फोनपे ने वित्त वर्ष 2024 में पहली बार प्राफिट रिपोर्ट किया है. इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू पिछले साल की तुलना में 50 फीसदी बढ़कर 50 अरब रुपये रहा.
पिछले वर्ष कंपनी ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में भी कहा गया था कि एक हाइली रेगुलेटेड फिनटेक कंपनी के तौर पर फोनपे भारतीय बाजार में लिस्टिंग का लक्ष्य रखती है. हालांकि, रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया था कि कंपनी लिस्टिंग के लिए कब तैयारी शुरू करेगी. कंपनी ने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि अपने डायवर्सिफाइड बिजनेस पोर्टफोलियो के साथ मजबूत टॉप-लाइन और बॉटम-लाइन ग्रोथ के साथ कंपनी के लिए लिस्टिंग का यह सबसे सही समय है.
कितना है फोनपे का वैल्युएशन
2023 में कंपनी ने 12 अरब डॉलर के वैल्युएशन पर फंडिंग जुटाई थी. इस लिहाज से देखा जाए, तो 12 अरब डॉलर के हिसाब से कंपनी का वैल्युएशन 1.03 लाख करोड़ रुपये के करीब होगा. भारतीय बाजार में लिस्टिंग के लिए दिसंबर 2022 में फोनपे के मुख्यालय को सिंगापुर से भारत लाया गया, इसके लिए कंपनी को करीब 8 हजार करोड़ रुपये का टैक्स चुकाना पड़ा था. इससे यह साफ होता है कि कंपनी को भारत में लिस्ट कराए जाने की योजना पर लंबे समय से काम किया जा रहा था.
यूपीआई बाजार पर कब्जा
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की तरफ से संचालित रियल टाइम भुगतान सेवा यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिये देश में भुगतान के मामले में फोनपे सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है. जनवरी 2025 के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी की यूपीआई पेमेंट में 48 फीसदी हिस्सेदारी है.