अगले सप्ताह इन दो कंपनियों के IPO होंगे लॉन्च, पैसा लगाने से पहले जान लें ये जरूरी डिटेल्स

आईपीओ बाजार में एक हलचल के बाद, अगले हफ्ते गारुड़ा कंस्ट्रक्शन और शिव टेक्सकेम के आईपीओ लॉन्च होंगे. SME सेगमेंट में भी कुछ नई लिस्टिंग्स होंगी..

जल्द लॉन्च होगा बाजार में नया IPO Image Credit: traffic_analyzer/Getty Images Creative

पिछले कुछ हफ्तों में आईपीओ (IPO) बाजार में तेजी देखने को मिली थी, लेकिन अब कुछ समय के लिए इसमें थोड़ी धीमी रफ्तार आने वाली है. आने वाले हफ्ते में केवल दो कंपनियों के आईपीओ लॉन्च होंगे.

1.गारुड़ा कंस्ट्रक्शन का IPO

गारुड़ा कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग अपना IPO 8 अक्टूबर को लॉन्च करेगी. यह इश्यू 173 करोड़ रुपये के नए शेयर और 90 करोड़ रुपये के ऑफर फॉर सेल (OFS) के साथ आएगा जो 10 अक्टूबर को बंद होगा.

कंपनी ने शेयर का प्राइस बैंड 92-95 रुपये प्रति शेयर तय किया है, जहां एक लॉट में 157 शेयरों की बोली लगाई जा सकती है. इस IPO में 35% हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए 50% क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए और 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के लिए आरक्षित है.

कंपनी इस आईपीओ से मिलने वाली राशि का उपयोग कार्यशील पूंजी की जरूरतों और अन्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी. गारुड़ा कंस्ट्रक्शन आवासीय, व्यावसायिक, औद्योगिक और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए निर्माण सर्विस मुहैया करती है.

2. शिव टेक्सकेम का SME IPO

शिव टेक्सकेम का 101 करोड़ रुपये का SME IPO भी 8 अक्टूबर को सार्वजनिक निवेश के लिए खुलेगा. यह पूरी तरह से 61.05 लाख शेयरों का नया इश्यू होगा.

IPO का प्राइस बैंड 158-166 रुपये प्रति शेयर रखा गया है, जहां निवेशक एक लॉट में 800 शेयरों की बोली लगा सकते हैं. शिव टेक्सकेम हाइड्रोकार्बन आधारित केमिकल्स का आयात और वितरण करती है, जो कई उद्योगों में कच्चे माल के रूप में इस्तेमाल होते हैं.

SME सेगमेंट में 6 लिस्टिंग्स

इसके अलावा, अगले हफ्ते SME सेगमेंट में 6 कंपनियां अपनी लिस्टिंग करेंगी. इनमें HVAX टेक्नोलॉजीज, सज होटल्स, सुबम पेपर्स, पैरामाउंट डाई टेक, नियोपॉलिटन पिज्जा और क्याती ग्लोबल वेंचर्स शामिल हैं.

आगे का आईपीओ कैलेंडर

आने वाले वित्तीय वर्ष में आईपीओ पाइपलाइन बेहद मजबूत दिख रही है. रिपोर्ट के अनुसार, 26 कंपनियां करीब 72,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना के साथ SEBI की मंजूरी के साथ बैठी हैं. इसके अलावा, 55 कंपनियां लगभग 89,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए सेबी की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं.