Zetwork लाएगी 500 मिलियन डॉलर का IPO, फंड मैनेजमेंट के लिए इन बैंकों का किया चुनाव
Zetwork प्राइवेट लिमिटेड अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग लाने की योजना बना रही है. कंपनी इस आईपीओ के जरिए करीब 4,100 करोड़ रुपये जुटा सकती है. आईपीओ के लिए एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, गोल्डमैन ग्रुप इंक, जेफरीज फाइनेंशियल ग्रुप, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी और कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड को फंड मैनेजर के लिए चुना है.
भारतीय मैन्युफैक्चरिंग और लॉजिस्टिक फर्म Zetwork प्राइवेट लिमिटेड अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग लाने की योजना बना रही है. कंपनी इस आईपीओ के जरिए 500 मिलियन डॉलर (करीब 4,100 करोड़ रुपये) जुटा सकती है. बेंगलुरु स्थित इस कंपनी ने आईपीओ के लिए एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, गोल्डमैन ग्रुप इंक, जेफरीज फाइनेंशियल ग्रुप, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी और कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड को फंड मैनेजमेंट के लिए चुना है. इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, कंपनी इस आईपीओ के जरिए लगभग 5 बिलियन डॉलर (करीब 41,000 करोड़ रुपये) का मूल्यांकन हासिल करने की कोशिश कर सकती है.
जेटवर्क कंपनी का बिजनेस मॉडल
जेटवर्क एक ऐसी कंपनी है जिसने मैन्यूफेक्चरिंग जगत में अपनी अलग पहचान बनाई है. इसका बिजनेस मॉडल काफी यूनिक है, क्योंकि यह कई क्षेत्रों के कंज्यूमर्स और कस्टमर्स को जोड़ता है. जेटवर्क का प्लेटफ़ॉर्म विमान इंजन, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, और घरेलू उपकरण जैसे उद्योगों के बीच एक सेतू का काम करता है. मान लीजिए, एक कंपनी को कोई नया विमान इंजन बनाना है, तो उसे विभिन्न सप्लायर्स से कच्चा माल और पुर्जे चाहिए. जेटवर्क उस प्रक्रिया को आसान बना देती है, जिससे वह सही समय पर और सही लागत पर सभी चीजें हासिल कर पाती है. कंपनी की खास बात यह है कि वह डिजाइन से लेकर डिलीवरी तक हर स्टेप को बेहतर बनाती है.
भारत रहा दूसरा सबसे ज्यादा व्यस्त आईपीओ
जेटवर्क अभी आईपीओ लाने के बारे में विचार कर रहा है, इस आधार पर आईपीओ का मूल्य और उसकी समयसीमा में परिवर्तन हो सकता है. जेटवर्क को फिलहाल पीक XV पार्टनर्स और लाइटस्पीड इंडिया पार्टनर्स जैसे निवेशकों का समर्थन मिला है. पिछले साल, भारतीय आईपीओ से 20 बिलियन डॉलर से ज्यादा जुटाए गए, जिसमें हुंडई मोटर कंपनी की स्थानीय इकाई का रिकॉर्ड-ब्रेकिंग लिस्टिंग भी शामिल थी, जिसने भारत को अमेरिका के बाद दुनिया का दूसरा सबसे व्यस्त आईपीओ बाजार बना दिया. इसके अलावा, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स अपनी भारत इकाई के लिए आईपीओ पर विचार कर रहा है, जबकि एपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट अपनी ऑटो पार्ट्स सप्लायर कंपनी टेनेको इंडिया का आईपीओ लिस्ट करने पर विचार कर रहा है.