Zinka Logistics IPO का GMP कर रहा ये इशारे, पहले दिन 24 फीसदी हुआ सब्सक्राइब
Zinka Logistics Solution को पहले दिन कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिली. कुल मिलाकर 13 नवंबर को यह 24 फीसदी सब्सक्राइब हुआ. रिटेल इन्वेस्टर्स का हिस्सा 51 फीसदी भरा. GMP कुछ और ही इशारा कर रहा है.
Zinka Logistics Solutions के IPO को पहले दिन निवेशकों की तरफ से अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिली. 13 नवंबर को खुले इस आईपीओ को पहले दिन मात्र 24 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला. रिटेल इन्वेस्टर्स का हिस्सा 51 फीसदी भरा. वहीं क्यूआईबी का 26 फीसदी और एनआईआई का हिस्सा 0.2 फीसदी सब्सक्राइब हुआ. BSE के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को Zinka Logistics के 2,25,67,270 शेयरों में से 54,08,100 शेयरों के लिए बोलियां मिली.
Zinka Logistics जुटाना चाहती है 1,114.72 करोड़ रुपये
इस आईपीओ के जरिए कंपनी 1,114.72 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इस इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्यूआईबी के लिए आरक्षित है. 15 फीसदी तक का हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व है और 10 फीसदी हिस्सा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए है. फ्लिपकार्ट समर्थित यह आईपीओ 13 नवंबर से 18 नवंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा.
कितना चल रहा Zinka Logistics Solutions का GMP
इश्यू ओपन होने से पहले BlackBuck-Zinka Logistics Solutions के आईपीओ का GMP 9 नवंबर से 11 नवंबर तक 24 रुपये था. इससे संकेत मिल रहा था कि इसके शेयर 8.79 फीसदी के प्रीमियम पर लिस्ट होंगे. हालांकि, 12 तारीख से इसका जीएमपी 0 हो गया है. इन्वेस्टरगेन के अनुसार, 13 नवंबर को भी इसका जीएमपी शून्य ही था.
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कितना है Zinka Logistics Solutions का प्राइस बैंड
जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस के आईपीओ का प्राइस बैंड 259-273 रुपये प्रति शेयर है. इसका फेस वैल्यू एक रुपया है. इसका लॉट साइज 54 शेयरों का है और आपको आईपीओ के एक लॉट के लिए कम से कम 13,986 रुपये लगाने होंगे. राजेश कुमार नायडू याबाजी, चाणक्य हृदया और रामासुब्रमण्यम बालासुब्रमण्यम कंपनी के प्रमोटर्स हैं.
क्या करती है BlackBuck-Zinka Logistics Solutions
जिंका लॉजिस्टिक्स को ब्लैकबक के नाम से भी जाता है. ब्लैकबक भारत का सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफार्म है जो ट्रक ऑपरेटरों के लिए टोलिंग, फ्यूलिंग और फाइनेंसिंग जैसी सेवाएं मुहैया कराता है. इसकी मदद से ट्रकों को ट्रैक करना भी आसान होता है. FY24 में ब्लैकबक के प्लेटफार्म से 9.63 लाख ट्रक ऑपरेटर जुड़े थे.