Zomato में आई ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ की वैकेंसी, नहीं मिलेगी सैलरी; देने होंगे 20 लाख!
Zomato के सीईओ दीपिंदर गोयल को अपने लिए चीफ ऑफ स्टाफ की तलाश है. इसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर दी है. दिलचस्प बात यह है कि इस पद पर जॉइन करने के लिए 20 लाख रुपये डोनेट करने होंगे और सैलरी नहीं मिलेगी. आइए जानते हैं कि आखिर सैलरी नहीं, तो क्या मिलेगा?
Zomato के CEO दीपिंदर गोयल अपने लिए चीफ ऑफ स्टॉफ की तलाश कर रहे हैं. उन्होंने इस नौकरी की जानकारी सोशल मीडिया पर दी. गोयल का कहना है कि इस नौकरी के लिए आवेदन करने वालों में सीखने भूख होनी चाहिए. इसके साथ ही ढेर सारा सामान्य ज्ञान होना चाहिए. इसके अलावा एक बड़ी शर्त यह है कि जॉइन करने से पहले 20 लाख रुपये जमा कराने होंगे. इसके साथ ही चुने जाने पर एक साल तक कोई वेतन नहीं मिलेगा.
गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘मैं अपने लिए एक चीफ ऑफ स्टाफ की तलाश कर रहा हूं.’ दीपिंदर गोयल ने एक्स पर गुरुग्राम मुख्यालय के लिए चीफ ऑफ स्टाफ की वैकेंसी के लिए एक स्क्रीनशॉट साझा किया. इसमें कहा गया है कि इस काम के लिए व्यक्ति के पास सामान्य ज्ञान और सहानुभूति होनी चाहिए. इसके साथ ही सीखने की भूख भी होनी चाहिए. नौकरी के लिए अन्य पात्रताओं का उल्लेख करते बताया गया है कि उम्मीदवार को विनम्र रहना होगा और किसी तरह की हकदारी जताने वाला नहीं होना चाहिए.
क्या कहा पोस्ट में
जॉब डिस्क्रिप्शन में लिखा गया है, ब्लिंकिट, डिस्ट्रिक्ट, हाइपरप्योर और फीडिंग इंडिया सहित जोमैटो के भविष्य के निर्माण के लिए एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत है, जो सीखने के अवसर से प्रेरित हों न कि पैसे के लालच में नौकरी करे.
नहीं मिलेगा वेतन
जॉब डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि पहले साल के लिए इस पद के लिए कोई वेतन नहीं है. असल में आपको इस अवसर को पाने के लिए 20 लाख रुपये का भुगतान करना होगा. यह रकम सीधे फीडिंग इंडिया को दान दी जाएगी.
बात पैसे की नहीं
जॉब डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि इसके जरिये हम यह बताना चाहते हैं कि यह बात पैसे की नहीं है. कंपनी एक साल वेतन नहीं देकर पैसे नहीं बचाना चाहती है. बल्कि, जोमैटो अपनी तरफ से कैंडिडेट की पसंद कि किसी भी संस्थान को चैरिटी के तौर पर 50 लाख रुपये डोनेट करेगी. इसके बाद अगले वर्ष से सामान्य तौर पर 50 लाख का वेतन मिलेगा.
इस पद को पाने के लिए क्या करें
दीपिंदर गोयल ने कहा, ‘हमारा मानना है कि जो लोग इस पद के लिए आवेदन करते हैं, उन्हें सीखने के अवसर के लिए ऐसा करना चाहिए, न कि एक आकर्षक वेतन के लिए. दूसरे शब्दों में कहें तो इसे अपने लिए व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों तरह से एक फास्ट ट्रैक लर्निंग प्रोग्राम के रूप में देखें, चाहे आप इस पद पर सफल हों या नहीं. हम इस पद के लिए रिज्यूमे बनाने वालों को नहीं, बल्कि सीखने वाले लोगों को चाहते हैं.’
कैसे करें आवेदन
अगर आप इसके लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो बिना किसी रिज्यूमे और बायोडाटा के दीपिंदर गोयल को सीधे 200 शब्दों का एक कवर लेटर जमा करें. चयन केवल पत्र की विषय-वस्तु के आधार पर होगा.