आपके म्यूचुअल फंड निवेश से भी मिल जाता है लोन, कम होती है ब्याज दरें – जानें क्या है प्रोसेस
Mutual Fund में निवेश करने से न केवल बाजार से मुनाफा कमाया जा सकता है, बल्कि इसके और भी फायदे हैं. आप अपने म्यूचुअल फंड निवेश को गिरवी रखकर लोन भी ले सकते हैं. इसे लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड (LAMF) कहा जाता है. यह लोन पर्सनल लोन की तुलना में सस्ता होता है. कैसे मिलता है लोन, यहां जानें.

CR चंद्रशेखर: Loan Against Mutual Fund – म्यूचुअल फंड में निवेश कर बाजार से मुनाफा तो कमा ही सकते हैं लेकिन इसके और भी फायदे हैं. अब अक्सर लोग SIP को तब रिडीम करते हैं जब उन्हें पैसों की जरूरत पड़ती है. लेकिन अगर आप अपने म्यूचुअल फंड निवेश को बेचना नहीं चाहते, तो भी आपको पैसा मिल जाएगा. वो ऐसे कि म्यूचुअल फंड निवेश को गिरवी रख कर आपको लोन मिल सकता है. इसे शॉर्ट में LAMF (Loan Against MF) कहते हैं. इससे आपको लोन का लोन मिल जाता है और निवेश भी बरकरार रहता है. चलिए आपको बताते हैं कि म्यूचुअल फंड के जरिए लोन कैसे मिलता है और किन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए. साथ ही, ये भी बताएंगे कि ये पर्सनल लोन से कितना सस्ता है.
कौन इस लोन के लिए योग्य है?
जवाब है कोई भी. कोई भी भारतीय निवासी जिसने भारतीय म्यूचुअल फंड यूनिट्स में निवेश किया है, वह म्यूचुअल फंड को गिरवी रख लोन ले सकता है.
सस्ता होता है लोन लेना
म्यूचुअल फंड को गिरवी रख लोन लेना सुरक्षित माना जाता है और इसमें मिलने वाली ब्याज दरें दूसरे लोन प्रोडक्ट्स की तुलना में सस्ती होती हैं.
लोन लेने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?
- अपने निवेश के उद्देश्य और समय-सीमा को समझें.
- क्या आप हर महीने EMI या ब्याज की रकम अपने इनकम से चुका सकते हैं?
- आपके म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट का अब तक का प्रदर्शन और भविष्य की संभावित रिटर्न क्या है?
- क्या यह लोन आपकी शॉर्ट या मिड-टर्म फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा करने में मदद कर रहा है?
लोन लेने से पहले और क्या जानना जरूरी है?
ब्याज दर, लोन की अवधि, रिन्युअल ऑप्शन, शॉर्टफॉल मार्जिन (अगर लोन देने वाली संस्था आपके म्यूचुअल फंड को बेच सकती है).
पर्सनल लोन से कितना सस्ता
पर्सनल लोन की ब्याज दर आमतौर पर 14% से 22% के बीच होती है. लेकिन म्यूचुअल फंड के नाम पर मिलने वाले लोन की ब्याज दर केवल 10.5% से 12% होती है. इसमें कोई प्री-पेमेंट पेनल्टी नहीं होती. जब ग्राहक के पास पैसा आ जाए, तो वह कभी भी लोन चुका सकता है. इस दौरान म्यूचुअल फंड यूनिट्स की वैल्यू भी बढ़ती रहती है.
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लोन अप्रूवल किस आधार पर होता है?
Loan-to-Value (LTV) Ratio के आधार पर लोन दिया जाता है:
- इक्विटी म्यूचुअल फंड: NAV का 50% से 70% तक लोन मिल सकता है (RBI के अनुसार, आमतौर पर 50%)
- डेट म्यूचुअल फंड: NAV का 80% तक लोन मिल सकता है
लेखक CR चंद्रशेखर हैं जो DhanLAP के फाउंडर और CEO हैं.
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