Mutual Fund Portfolio का नेगेटिव रिटर्न कैसे करें कम? गिरते बाजार में निवेश का यहां बेहतर मौका

शेयर मार्केट में लगातार गिरावट देखी जा रही है, और इसमें उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. पिछले 5-6 महीनों से निवेशकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, मार्च का महीना कुछ हद तक सकारात्मक जरूर रहा, लेकिन इस दौरान भी निवेशकों को कोई खास फायदा नहीं हुआ. इस गिरते बाजार में निवेशकों को क्या करना चाहिए, इस पर मनी मंत्रा के फाउंडर विरल भट्ट ने Money9 से बातचीत में कई महत्वपूर्ण सलाह दी हैं.

म्यूचुअल फंड Image Credit: money9live.com

Mutual Fund Portfolio: शेयर बाजार में पिछले कुछ महीनों से उतार-चढ़ाव का दौर जारी है, जिससे निवेशकों को परेशानी हो रही है. कई निवेशकों को म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो में नेगेटिव रिटर्न का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि अपने पोर्टफोलियो को सही दिशा में कैसे मोड़ें और बाजार की अस्थिरता से कैसे बचें. इसी विषय पर मनी मंत्रा के फाउंडर विरल भट्ट ने Money9 से खास बातचीत की और निवेशकों के लिए कई अहम सुझाव दिए.

मार्च में आई पॉजिटिविटी, लेकिन निवेशकों की चिंता बरकरार

मार्केट एक्सपर्ट विरल के अनुसार, मार्च में बाजार में कुछ सकारात्मक संकेत जरूर दिखे हैं, लेकिन पिछले पांच-छह महीनों से निवेशकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि जो निवेशक 2020, 2021 और 2022 में बाजार में आए थे, उनके लिए यह अस्थिरता नई हो सकती है, लेकिन उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है.

डायवर्सिफिकेशन बड़ा हथियार

निवेशकों को अस्थिरता से बचाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण रणनीति एसेट एलोकेशन और डायवर्सिफिकेशन मानी जाती है. वीरल ने बताया कि केवल इक्विटी में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है. इसलिए, निवेशकों को अन्य एसेट क्लास जैसे डेब्ट फंड, गोल्ड, सिल्वर, कमोडिटी और रियल एस्टेट में भी निवेश करना चाहिए. उन्होंने कहा,”आपका सारा पैसा एक ही जगह नहीं होना चाहिए. अगर इक्विटी में गिरावट आती है, तो अन्य एसेट्स आपके पोर्टफोलियो को संतुलित कर सकते हैं.”

SIP फायदे का सौदा

बाजार में गिरावट को देखते हुए कई निवेशक सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) बंद करने का विचार कर रहे हैं. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह सही समय नहीं है SIP बंद करने का. बल्कि, बाजार में गिरावट के दौरान SIP निवेशकों को कम कीमत पर अधिक यूनिट्स खरीदने का अवसर देती है, जिससे आगे बेहतर रिटर्न मिल सकता है. विरल के अनुसार, इक्विटी में निवेश लंबी अवधि के लिए किया जाना चाहिए, क्योंकि पांच से दस साल की अवधि में इसमें अच्छा रिटर्न देखने को मिलता है.

कब करें अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा

निवेशकों के लिए यह आवश्यक है कि वे अपने पोर्टफोलियो की नियमित समीक्षा करें, लेकिन घबराकर जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें. एक्सपर्ट्स का मानना है कि किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम को कम से कम तीन से पांच साल का समय देना चाहिए. पोर्टफोलियो की समीक्षा करते समय निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें:

  • बेंचमार्क से तुलना: आपके निवेश किए गए फंड का प्रदर्शन बेंचमार्क इंडेक्स की तुलना में कैसा रहा है?
  • पीयर कैटेगरी से तुलना: अन्य समान फंड्स की तुलना में आपका फंड कैसा प्रदर्शन कर रहा है?
  • फंड मैनेजर की रणनीति: फंड मैनेजर की निवेश रणनीति और अनुभव को समझें.
  • रोलिंग रिटर्न्स: केवल सालाना रिटर्न न देखें, बल्कि निरंतर दिए गए रिटर्न का विश्लेषण करें.

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वोलाटाइल बाजार में कहां करें निवेश

इस अस्थिर माहौल में निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में संतुलन बनाए रखना चाहिए. एक्सपर्ट्स के अनुसार, निवेशकों को निम्नलिखित कैटेगरी पर ध्यान देना चाहिए:

  • लार्ज कैप फंड्स: ये कंपनियां स्थिर होती हैं और लंबे समय तक अच्छा प्रदर्शन करती हैं.
  • डायनामिक एसेट एलोकेशन फंड्स: ये फंड बाजार की स्थिति के अनुसार एसेट्स का आवंटन करते हैं.
  • गोल्ड और सिल्वर ETF: बाजार में गिरावट के दौरान भी ये आपके पोर्टफोलियो को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं.
  • डेब्ट फंड्स: जो निवेशक कम जोखिम लेना चाहते हैं, उनके लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है.

डिस्क्लेमर: दी गई सलाह एक्सपर्ट की निजी राय है. सलाह के आधार पर बाजार में अगर कोई ट्रेड करता है तो Money9 से उस ट्रेड का कोई संबंध नहीं होगा, ट्रेड से होने वाले फायदे या नुकसान के लिए Money9 जिम्मेदार नहीं है. निवेश या ट्रेड के लिए अपने वित्तीय सलाहकार की राय लें.