मोतीलाल ओसवाल का कल्याण ज्वेलर्स में कितना निवेश, आरोप गंभीर; अब क्या करें MF निवेशक
Motilal Oswal Midcap Fund या मोतीलाल के किसी अन्य फंड में निवेश करने वालों के कान खड़े हो गए होंगे क्योंकि फंड मैनेजर पर रिश्वत के आरोप हैं और फंड में कल्याण ज्वैलर्स में बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है. ऐसे में क्या करें निवेशक?
Motilal Oswal Fund Investment in Kalyan Jewellers: अगर आप भी म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं तो आपके लिए यहां पर एक बड़ी तकलीफ खड़ी हो गई है. इसकी वजह खुद मोतीलाल ओसवाल है, जिसके कई फंडों ने कल्याण ज्वैलर्स में काफी निवेश किया है. इससे इंवेस्टर्स चिंतित हैं. क्योंकि रिश्वत के आरोपों के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं. हालांकि, मोतीलाल ओसवाल ने एक स्पष्टीकरण में सभी आरोपों को खारिज किया है. लेकिन, कल्याण ज्वैलर्स में हाई एक्सपोजर और कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर उठ रहे सवाल चिंता का विषय बने हुए हैं.
मोतीलाव ओसवाल का कल्याण ज्वेलर्स में कितना निवेश
मोतीलाल ओसवाल ने अपने स्पष्टीकरण में कहा है कि सारे आरोप हमारी छवि को खराब करने के लिए लगाए जा रहे हैं. इन पर ध्यान नहीं दीजिये. लेकिन फिर भी निवेशकों को इसे लेकर सावधानी बरतनी चाहिए. मोतीलाल ओसवाल के मिडकैप फंड में जो एक्सपोजर है वह 9.64% का है. यानी कल्याण ज्वेलर्स में इतना निवेश किया गया है. मोतीलाल ओसवाल के इस फंड का कुल AUM 25,477 करोड़ का है इसका 9.64 फीसदी लगभग 2500 करोड़ है, जो मोतीलाल ओसवाल ने कल्याण ज्वैलर्स में निवेश कर रखा है. इसके अलावा मोतीलाल ओसवाल के फ्लेक्सिकैप फंड में में 10% का आवंटन है.
- Motilal Oswal Midcap Fund का कल्याण ज्वेलर्स में 9.64 फीसदी एक्सपोजर
- Motlal Oswal Flexicap Fund का कल्याण ज्वेलर्स में 10 फीसदी एक्सपोजर
वहीं मोतीलाल ओसवाल के टॉप छह स्कीम्स को देखें, तो उसमें उनकी टॉप 5 की होल्डिंग कल्याण ज्वेलर्स में है. हालांकि नियमों के अनुसार इसमें कुछ गलत नहीं है. क्योंकि फंड हाउस 10% से ज्यादा निवेश नहीं कर सकते हैं और मोतीलाल ओसवाल ने नियमों के तहत ही निवेश किया है. फिर दिक्कत कहां है?
कहां है गड़बड़ी?
दिक्कत ये है कि आरोप लगाए गए हैं कि किसी एक फंड मैनेजर को रिश्वत दी गई है. यही नहीं पिछले हफ्ते कल्याण ज्वेलर्स के स्टॉक में अचानक गिरावट भी देखी गई थी. उनकी जितनी भी स्कीम्स थी उसमें जो डिस्टर्बिंग बात दिख रही थी, कि मोतीलाल ओसवाल की टॉप फाइव होल्डिंग में कल्याण ज्वेलर्स है , इसमे कोई परेशानी नहीं है, लेकिन फंड हाउस की जो 12-13 स्कीम हैं, उन सभी में टॉप फाइव में कल्याण ज्वेलर्स का नाम ही दिखेहा. अच्छा खासा एलोकेशन मोतीलाल ओसवाल के फंड्स ने कल्याण ज्वेलर्स में किया है और यहीं पर कॉर्पोरेट गवर्नेंस को लेकर सवाल उठ रहे हैं. इनकम टैक्स रेड से लेकर रिश्वत के आरोप लग रहे हैं . और मोतीलाल ओसवाल जैसा भरोसेमंद नाम जिस पर लोगों को इतना विश्वास है जिसके इतने लाखों संख्या इन्वेस्टर्स हैं और इनका एयूएम इतना भी बड़ा है, ऐसे में फंड हाउस एक कल्याण ज्वेलर्स पर इतना फोकस क्यों कर रहा है?
मोतीलाल ओसवाल के निवेशक अब क्या करें?
अगर आप भी मोतीलाल ओसवाल के 38, 40, 41 फीसदी के रिटर्न देख कर निवेश करते हैं तो केवल रिटर्न्स को ना देखें, निवेशकों को पोर्टफोलियो भी देखना चाहिए. आजकल एप्स पर केवल एक क्लिक में किसी भी फंड की पूरी कुंडली मिल जाती है. आपको देखना चाहिए कि आप जिस फंड में निवेश कर रहे हैं उसने कितना परसेंटेज कहां पर इन्वेस्ट कर रखा है, किन स्टॉक्स को लिया है, इक्विटी में क्या ले रहा है डेट में क्या ले रहा है. तो ऐसे में पोर्टफोलियो में क्या-क्या है ये देखना बहुत जरूरी है.
हालांकि मोतीलाल ओसवाल के फंड में निवेश करने वालों को पैनिक में नहीं आना है जिनके पास पोर्टफोलियो में मोतीलाल ओसवाल की स्कीम है, उन्हें फिलहाल डरना नहीं है. अब तो इस मामले पर सेबी की भी नजर रहेगी. इसलिए अगर आपके पोर्टफोलियो में मोतीलाल ओसवाल है तो रखिए लेकिन एक बात है इस इस पूरे मुद्दे में ये आपने सीख लिया होगा कि केवल पास्ट रिटर्न नहीं देखना चाहिए, पोर्टफोलियो में क्या-क्या है वो कहां-कहां निवेश कर रहे हैं ये भी देखिए.
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