Mutual Fund में ग्रोथ या डिविडेंड? जानें किस स्कीम में मिलता है लॉन्ग टर्म रिटर्न; कौन कराती है रेगुलर इनकम
Mutual Fund में डिविडेंड भी मिलता है और ग्रोथ फंड में भी निवेश किया जाता है. लेकिन दोनों में कौन बेहतर है या कैसे तय करें कि आपके लिए कौन सा ऑप्शन बेहतर है. यहां जानें सब कुछ...

Mutual Fund: शेयर बाजार में सीधा पैसा लगाने से बचने वाले म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं. लेकिन सीमित जानकारी रिटर्न को कम कर सकती है. अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं या आगे करना चाहते हैं तो क्या आप इसके दो ऑप्शन – ग्रोथ और डिविडेंड के बारे में जानते हैं. क्योंकि यही दो ऑप्शन तय करते हैं कि आपको रिटर्न कैसे मिलेगा. चलिए समझते हैं…
ग्रोथ और डिविडेंड ऑप्शन में क्या अंतर है?
ग्रोथ ऑप्शन – लॉन्ग टर्म के निवेशकों के लिए बेहतर है:
- अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा लंबे समय तक बढ़ता रहे, तो ग्रोथ ऑप्शन आपके लिए सही हो सकता है.
- इस ऑप्शन में फंड से होने वाले मुनाफे को वापस उसी फंड में निवेश कर दिया जाता है.
- इस कारण पैसा कंपाउंडिंग के जरिए बढ़ता है और समय के साथ अच्छी वेल्थ क्रिएशन होती है.
- यह उन निवेशकों के लिए अच्छा है जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और नियमित निकासी (पैसा निकालने) की जरूरत नहीं होती.
डिविडेंड ऑप्शन – रेगुलर इनकम के लिए अच्छा है:
- इस ऑप्शन में म्यूचुअल फंड समय-समय पर डिविडेंड के रूप में पैसा निवेशकों को देता है.
- यह डिविडेंड मंथली, तिमाही या सालाना रूप में मिल सकता है.
- जो लोग नियमित आय चाहते हैं, जैसे कि रिटायर्ड लोग या जो अपनी आय को बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए यह अच्छा हो सकता है.
- डिविडेंड मिलने के बाद फंड की NAV घट जाती है, क्योंकि कुछ पैसा फंड से निकाल लिया जाता है.
टैक्स के नजरिए से कौन सा बेहतर है?
- ग्रोथ ऑप्शन टैक्स के लिहाज से ज्यादा फायदेमंद होता है. इसमें आपको केवल तभी टैक्स देना पड़ता है, जब आप अपने निवेश को रीडीम करते हैं.
- लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) और शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG) के आधार पर टैक्स लगता है.
- डिविडेंड ऑप्शन में हर बार जब आपको डिविडेंड मिलता है, तो उस पर आपका इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स लगता है.
- अगर आपकी इनकम ज्यादा है, तो डिविडेंड ऑप्शन पर टैक्स का बोझ ज्यादा हो सकता है.
NAV पर असर: ग्रोथ ऑप्शन में NAV समय के साथ ज्यादा बढ़ती है, क्योंकि सभी मुनाफे को फिर से निवेश किया जाता है जबकि डिविडेंड ऑप्शन में हर बार डिविडेंड मिलने के बाद NAV कम हो जाती है.
तो अगर आपका लक्ष्य लंबे समय तक संपत्ति बनाना है, तो ग्रोथ ऑप्शन बेहतर रहेग, अगर आपको नियमित रूप से पैसिव इनकम की जरूरत है, तो डिविडेंड ऑप्शन आपके लिए अच्छा रहेगा.
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