Mutual Fund भी देते हैं Dividend, जानें क्या होते हैं डिविडेंड यील्ड फंड; हो सकती है रेगुलर इनकम

Mutual Fund में भी Dividend मिलता है, इसके लिए डिविडेंड यील्ड फंड में निवेश करना होता है. इससे रेगुलर इनकम के साथ-साथ कम रिस्क भी होता है. यह फंड उन कंपनियों में निवेश करता है जो नियमित डिविडेंड देने की क्षमता रखती हैं.

कौन से म्यूचुअल फंड देते हैं डिविडेंड? Image Credit: Freepik

Dividend Yield Fund: जोखिमों से भरे शेयर बाजार में निवेश के कई फायदे मिलते हैं उनमें से एक डिविडेंड भी है. ऐसे ही बाजार के जोखिमों को कम करते हुए कई लोग म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं लेकिन हर फंड डिविडेंड नहीं देता. हालांकि कई फंड ऐसे होते हैं जो ऐसी कंपनियों में निवेश करते हैं जो ज्यादा डिविडेंड देती हैं, ऐसी कंपनियों में निवेश करने वाले फंड डिविडेंड यील्ड फंड कहलाते हैं. लेकिन ऐसे फंड में निवेश के क्या फायदे-नुकसान हो सकते हैं. चलिए ये समझते हैं.

डिविडेंड यील्ड फंड क्या है?

डिविडेंड यील्ड फंड भी म्यूचुअल फंड का ही एक टाइप है, जो उन कंपनियों में निवेश करता है जो नियमित डिविडेंड देने की क्षमता रखती हैं.

डिविडेंड एक कंपनी के मुनाफे का वह हिस्सा है, जिसे वह अपने निवेशकों में बांटती है और म्यूचुअल फंड का डिविडेंड यील्ड यह दर्शाता है कि फंड आपको अपने निवेश पर कितना रिटर्न दे रहा है. यह फंड के NAV के हिसाब से कैलकुलेट होता है.

उदाहरण के लिए, मान लें कि आप एक म्यूचुअल फंड में 10,000 रुपये निवेश करते हैं और फंड का एनएवी 100 रुपये प्रति यूनिट है. फंड 5 रुपये प्रति यूनिट का डिविडेंड देता है. तो डिविडेंड यील्ड का कैलकुलेशन होगा 5 रुपये / 100 रुपये = 0.05 या 5%

इसका मतलब है कि आपके 10,000 रुपये के निवेश पर, आपको 500 रुपये का डिविडेंड मिलेगा.

डिविडेंड यील्ड फंड में कौन निवेश कर सकता है?

  • अगर आप रेगुलर इनकम चाहते हैं तो ये फंड आपके लिए है, क्योंकि ये नियमित डिविडेंड देते हैं
  • कम रिस्क लेने वाले निवेशकों के लिए भी यह अच्छा होता है. डिविडेंड यील्ड फंड्स का जोखिम अन्य इक्विटी म्यूचुअल फंड्स की तुलना में कम होता है. इसलिए, यह कम जोखिम उठाने वाले निवेशकों के लिए सही हो सकता है.

डिविडेंड यील्ड फंड में निवेश से पहले इन बातों का ध्यान रखें:

  • यदि आप पहले से ही निवेश कर रहे हैं और पोर्टफोलियो में स्थिरता चाहते हैं, तो लार्ज कैप इक्विटी वाले फंड्स देख सकते हैं. लार्ज कैप फंड्स में जोखिम कम होता है.
  • डिविडेंड यील्ड फंड के निवेश की अवधि देखना जरूरी फैक्टर है, जो फंड बाजार के बुल और बियर दोनों फेज का अनुभव कर चुके हैं, वे बेहतर रिटर्न दे सकते हैं.

डिविडेंड यील्ड फंड के फायदे

  • डिविडेंड यील्ड म्यूचुअल फंड्स अन्य इक्विटी फंड की तुलना में कम प्रभावित होते हैं.
  • ये फंड मजबूत वित्तीय स्थिति और अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाली कंपनियों में निवेश करते हैं, जिससे भविष्य में उच्च रिटर्न की संभावना रहती है.
  • इन फंड में शामिल कंपनियां नियमित डिविडेंड देती हैं, जिससे यह निवेशकों के लिए नियमित इनकम और स्थिरता का जरिया बनता है.

इसमें भी आप लंप संप या SIP कर सकते हैं.

डिविडेंड यील्ड फंड के रिस्क

  • इनमें लिक्विडिटी का रिस्क हो सकता है
  • सरकार ने डिविडेंड इनकम पर टैक्स लगाया है, जिससे डिविडेंड यील्ड्स से जुड़े टैक्स बढ़ जाते हैं.
  • यह फंड कम वोलेटाइल होते हैं, लेकिन इनके रिटर्न बाजार के जोखिमों पर निर्भर करते हैं और इनकी गारंटी नहीं होती.

ये हैं कुछ डिविडेंड यील्ड फंड

  • ICICI Prudential Dividend Yield Equity Fund
  • Templeton India Equity Income Fund
  • Aditya Birla Sun Life Dividend Yield Fund
  • UTI Dividend Yield Fund
  • Sundaram Dividend Yield Fund
  • Baroda BNP Paribas Dividend Yield Fund
  • HDFC Dividend Yield Fund
  • SBI Dividend Yield Fund
  • Tata Dividend Yield Fund

डिसक्‍लेमर– मनी9लाइव किसी भी शेयर या म्‍यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ शेयरों के बारे में जानकारी दी गई है. निवेश से पहले जरूरी है कि आप किसी वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें.