Mutual Fund: जनवरी में मिड और स्मॉलकैप फंड्स का रहा जलवा, निवेशकों ने जमकर की खरीदारी
Mutual Fund: चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए म्यूचुअल फंड निवेशकों ने मिडकैप और स्मॉलकैप फंड में भारी निवेश किया है. दूसरी तरफ शेयर मार्केट मिडकैप और स्मॉल कैप में भारी बिकवाली देखने को मिल रही है.

Mutual Fund: इस वक्त शेयर मार्केट हर रोज गिरावट के नए रिकॉर्ड बना रहा है. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का हाल बुरा है. लेकिन म्यूचुअल फंड में मिडकैप और स्मॉलकैप की कहानी बिल्कुल ही अलग नजर आ रही है. जिस समय स्टॉक मार्केट में मिडकैप और स्मॉलकैप को लेकर चेतावनियां दी जा रही हैं. वहीं, दूसरी तरफ इन चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए म्यूचुअल फंड निवेशकों ने इन कैटेगरी में निवेश बनाए रखा है. जनवरी में कुल इक्विटी फंड फ्लो 40,000 करोड़ रुपये के स्तर के आसपास रहा.
मिडकैप और स्मॉलकैप में बंपर निवेश
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (AMFI) के 12 फरवरी को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स का निवेश 39,687.78 करोड़ रुपये पर लगभग स्थिर रहा. यह पिछले महीने की तुलना में 3.6 फीसदी कम है. जबकि बाजार में भारी बिकवाली का दबाव था. इक्विटी फंड कैटेगरी में स्मॉलकैप फंड्स में निवेश जनवरी में 22.6 फीसदी बढ़कर 5,720.87 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. यह एक रिकॉर्ड हाई लेवल है.
मिडकैप फंड्स में बढ़ा निवेश
मिडकैप फंड्स में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली और यह 5,147.87 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. यह अब तक का उच्चतम स्तर है. लार्जकैप फंड्स में नेट इन्वेस्टमेंट 52.3 फीसदी बढ़कर 3,063.33 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो दूसरा उच्चतम स्तर है.
स्मॉलकैप फंड में भारी निवेश
इक्विटी में लगातार गिरावट के साथ पिछले छह महीनों में स्मॉलकैप फंड अपने एक साल के सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) पर निगेटिव रिटर्न दिखा रहे हैं. इसने निवेशकों को चिंतित कर दिया है, क्योंकि उन्होंने 2024 में एक्टिव स्मॉलकैप फंड में करीब 35,000 करोड़ रुपये डाले हैं, जो लार्जकैप फंड में निवेश से लगभग दोगुना है.
स्मॉल और मिडकैप निवेशकों कर रहे आकर्षित
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर-मैनेजर रिसर्च हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि म्यूचुअल फंड की स्मॉल और मिडकैप की स्कीम्स निवेशकों को आकर्षित करती रहीं, जिससे पता चलता है कि इन सेक्टर में निवेशकों की प्राथमिकता काफी हद तक पिछले कुछ वर्षों में इनसे मिले हाई रिटर्न के कारण है. उन्होंने कहा कि चूंकि दोनों ही सेक्टर में तेज गिरावट देखी गई, इसलिए निवेशकों ने इस अवसर का लाभ उठाने और अपना निवेश बढ़ाने के ऑप्शन को चुना है.
स्मॉलकैप इंडेक्स अपने पीक से 13 फीसदी से अधिक नीचे आ चुका है, लेकिन इस फिर भी इसमें निवेश में कोई कमी नहीं आई है. SIP के जरिए घरेलू निवेशकों ने भारतीय इकोनॉमी की लॉन्ग टर्म क्षमता को लेकर अपने भरोसे को बनाए रखा है.
25 लाख SIP अकाउंट हुए बंद
दिसंबर 2024 के मंथली डेटा रिलीज पर बोलते हुए, AMFI के चीफ ऑफिसर वेंकट चालसानी ने कहा कि RTA और एक्सचेंजों के बीच सुलह के बाद इंडस्ट्री ने लगभग 25 लाख SIP अकाउंट्स को समाप्त कर दिया है. इसके बाद SIP बकाया खातों की संख्या पिछले महीने पहली बार घटकर 10.27 करोड़ रह गई, जबकि दिसंबर में यह 10.32 करोड़ थी.
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