4 महीने के निचले स्तर पर SIP निवेश, गिरते शेयर मार्केट के बीच म्यूचुअल फंड से निवेशकों का मोह भंग

SIP Inflow: मार्च में म्यूचुअल फंड में कुल नेट इनफ्लो में गिरावट आई, जबकि कुल निकासी 1.64 लाख करोड़ रुपये रही. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ की टेंशन के बीच मार्च में म्यूचुअल फंड में कुल निवेश में गिरावट आई. थीमैटिक फंड्स और लार्ज-कैप फंड्स में भी निवेश में कमी आई.

मंथली म्यूचुअल फंड SIP निवेश में गिरावट. Image Credit: Money9live

SIP Inflow: शेयर बाजार में आई गिरावट के बीच लोगों का म्यूचुअल फंड से भी मोह भंग हो गया. मार्च में मंथली म्यूचुअल फंड SIP निवेश में मामूली रूप से 0.28 फीसदी घटकर 25,926 करोड़ रुपये रह गया, जबकि फरवरी में यह 25,999 करोड़ रुपये था. मार्च में म्यूचुअल फंड में कुल नेट इनफ्लो में गिरावट आई, जबकि कुल निकासी 1.64 लाख करोड़ रुपये रही. इक्विटी म्यूचुअल फंड में नेट इनफ्लो फरवरी में 29,303 करोड़ रुपये की तुलना में इस महीने के दौरान 14 फीसदी घटकर 25,082 करोड़ रुपये रह गया. मार्च में डेट म्यूचुअल फंड्स से 2.02 लाख करोड़ रुपये की भारी निकासी हुई, जो फरवरी में दर्ज 6,525 करोड़ रुपये की निकासी से काफी अधिक है.

स्मॉल-कैप फंड्स में निवेश

स्मॉल-कैप फंड्स ने 4,092 करोड़ रुपये के साथ दूसरा सबसे अधिक इनफ्लो दर्ज किया. मिड-कैप फंड्स में मार्च में 3,438 करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज किया गया, जो फरवरी में दर्ज 3,406 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक है. इस बीच, सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स में इनफ्लो में तेज गिरावट देखी गई, जो महीने-दर-महीने आधार पर लगभग 97 फीसदी कम हो गई.

ट्रंप के टैरिफ ने बढ़ाई टेंशन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ की टेंशन के बीच मार्च में म्यूचुअल फंड में कुल निवेश में गिरावट आई. फरवरी में 40,076 करोड़ रुपये के निवेश की तुलना में 1.64 लाख करोड़ रुपये का नेट आउटफ्लो दर्ज किया गया. भारी गिरावट के बावजूद मार्च में सभी 11 इक्विटी म्यूचुअल फंड कैटेगरी में निवेश हुआ. फ्लेक्सी-कैप फंड में सबसे अधिक 5,615 करोड़ रुपये का निवेश दर्ज किया गया, जो फरवरी में 5,104 करोड़ रुपये था. स्मॉल-कैप फंड में 4,092 करोड़ रुपये का दूसरा सबसे अधिक निवेश दर्ज किया गया.

सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स में गिरावट

मार्च में मिड-कैप फंड्स में 3,438 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो फरवरी में 3,406 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक है. हालांकि, सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स में निवेश में भारी गिरावट देखी गई. महीने-दर-महीने आधार पर लगभग 97 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. इस कैटेगरी में फरवरी में 5,711 करोड़ रुपये की तुलना में मार्च में सिर्फ 170 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. मार्च में डिविडेंड यील्ड फंड्स में सबसे कम 140.51 करोड़ रुपये का निवेश दर्ज किया गया. महीने-दर-महीने आधार पर, केवल सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स और लार्ज-कैप फंड्स में निवेश में गिरावट देखी गई.

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