Capitalmind को SEBI से मिली मंजूरी, लॉन्च कर सकता है म्यूचुअल फंड सर्विस
Mutual Fund में निवेश को इन्वेस्टमेंट का अच्छा जरिया माना जाता है. इससे निवेशकों को काफी मुनाफा भी होता दिखा है. म्यूचुअल फंड के निवेशकों की संख्या काफी बड़ी है. इसी तर्ज पर म्यूचुअल फंड कंपनियों की संख्या में भी तेजी आई है. सेबी ने हाल में एक म्यूचुअल फंड कंपनी को मंजूरी दी है.

SEBI approves Capitalmind Mutual Fund: म्यूचुअल फंड के निवेशकों की संख्या पिछले कुछ सालों में काफी ज्यादा बढ़ी है. इसी तेजी से म्यूचुअल फंड्स की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. बेंगलुरु बेस्ड फाइनेंशियल एडवायजरी और PMS प्रदाता Capitalmind Financials Services को निवेशकों को म्यूचुअल फंड की पेशकश करने के लिए मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) से मंजूरी मिल गई है. कंपनी ने अपने एक बयान में इसकी जानकारी दी. म्यूचुअल फंड का लक्ष्य आने वाले महीनों में एक्टिव इक्विटी स्कीम्स को शुरू करने का है. वहीं कुछ समय बाद कैपिटलमाइंड डेट, हाइब्रिड और मल्टी-एसेट स्कीम्स में भी अपनी पेशकश करेगी.
मायने रखते हैं निवेशक
कैपिटलमाइंड फाइनेंशियल सर्विसेज के फाउंडर और सीईओ दीपक शेनॉय ने कहा, “सेबी की अंतिम मंजूरी मिलना एक अहम मौका है जो बड़े तादाद में फैले हुए निवेशक के लिए इन्वेस्टर-फर्स्ट, ट्रांसपेरेंसी और डेटा बैक सोच लाने की हमारी कमीटमेंट को प्रमाणित करता है.” सालों से हमने अनुशासित रणनीतियों के जरिये निवेश को आसान बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है. कैपिटलमाइंड म्यूचुअल फंड लॉन्च करना हमारे मिशन की बड़ी सफलता है जो लाखों भारतीयों को आसान, नियम आधारित निवेश प्रोडक्ट्स के साथ अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में सक्षम बनाता है.
इतने करोड़ की संपत्ति को करता है मैनेज
कैपिटलमाइंड 1,400 से ज्यादा PMS और AIF ग्राहकों के लिए 2000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का मैनेजमेंट करता है. कंपनी ने हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल (HNI) निवेशकों के लिए एडेप्टिव मोमेंटम जैसी अपनी PMS रणनीतियों के साथ फैक्टर आधारित निवेश का बीड़ा उठाया जिसने 31 मार्च, 2025 को खत्म होने वाले 5 सालों में 27.06 फीसदी का पोस्ट-फीस टाइम वेटेड रेट ऑफ रिटर्न (TWRR) दिया है. म्यूचुअल फंड कंपनी के हेड ऑफ इक्विटी अनूप विजयकुमार ने कहा, “निवेश करना जटिल लग सकता है लेकिन हमारी सोच स्पष्टता और एविडेंस पर आधारित है. हम नंबरों की कठोरता को बाजार संदर्भ की गहरी समझ के साथ जोड़ते हैं, हर कदम में रिस्क जागरूकता को शामिल करते हैं.”
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