स्‍मॉल कैप फंडों में गिरावट का दौर, क्‍या करें निवेशक? रोकें निवेश या निकाल लें पैसे

Small Cap Funds: स्‍मॉल कैप फंडों का रिटर्न पिछले 6 महीने से निगेटिव में है. गिरते बाजार के इस दौर में इन फंडों में आपको अपना निवेश जारी रखना चाहिए या निकाल लेने चाहिए पैसे? म्‍यूचुअल फंड इंडस्‍ट्री के दिग्‍गज अधिकारियों ने इस पर अपनी राय दी है. आइए, विस्‍तार से जानते हैं.

स्‍मॉल कैप फंडों में क्‍या हो निवेश की नीति? Image Credit: freepik.com

Small Cap Funds Return: ज्‍यादा दिन नहीं हुए, पिछले साल सितंबर तक ज्‍यादातर निवेशक हाई रिटर्न को देखते हुए स्‍मॉल कैप फंडों में एकमुश्‍त या सिस्‍टमैटिक इंवेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) के जरिए निवेश कर रहे थे. विदेशी निवेशकों की बिकवाली, भू-राजनीतिक तनाव आदि के कारण भारतीय शेयर बाजार टूटने लगे. पिछले 6 महीने में निफ्टी स्‍मॉल कैप 100 इंडेक्‍स 9.57 फीसदी टूट चुका है. जाहिर है इसका खासा असर स्‍मॉल कैप फंडों में निवेश करने वाले इंवेस्‍टर्स पर भी हुआ है. उनका पोर्टफोलियो आज लाल है.

सवाल ये उठता है कि SIP के जरिये निवेश करने वाले इंवेस्‍टर्स को अब क्‍या करना चाहिए? क्‍या उन्‍हें अपना निवेश रोक देना चाहिए? या फिर उन्‍हें घाटे में ही अपने पैसे निकाल लेने चाहिए? आनन-फानन में निर्णय लेने से पहले बाजार को समझते हैं.

बाजार हमेशा ही एक दिशा में नहीं चलता

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के एग्‍जीक्‍यूटिव डायरेक्‍टर और चीफ इंवेस्‍टमेंट ऑफिसर एस नरेन के अनुसार, 2007 में शेयर बाजार महंगा था. यहां स्‍पष्‍ट था कि निवेशक सतर्क रुख अपनाएंगे. 2008 में लीमैन ब्रदर्स संकट के बाद जब बाजार में भारी गिरावट आई तो यह खरीदारी करने का मौका था. ठीक इसी तरह, कोविड के समय में 2020 में जब मार्केट टूटा तो यह खरीदारी का समय था. नरेन कहते हैं कि आज से ठीक 6 महीने पहले लोगों को यह समझाना कठिन था कि शेयर बाजार से जुड़े निवेश में जोखिम भी होता है. इसीलिए दिवाली के दौरान हमने कहा भी था कि शेयर बाजार या उससे जुड़े निवेश फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट नहीं हैं.

Small Cap Funds के निवेशक अब क्‍या करें?

PGIM India Mutual Fund के चीफ एग्‍जीक्‍यूटिव ऑफिसर अजित मेनन ने कहा कि बाजार हमेशा एक ही दिशा में नहीं चलता. बाजार में वैल्‍यूएशन हाई थे इसलिए स्‍मॉल कैप से लेकर लार्ज कैप शेयरों तक में गिरावट आई है. विदेशी और घरेलू निवेशकों ने बिकवाली की है. हालांकि, लॉन्‍ग टर्म इंवेस्‍टर्स को ऐसे उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होना चाहिए. स्‍मॉल कैप फंड हो या मिड कैप या फिर लार्ज कैप- अपने निवेश सलाहकार की राय से इनमें निवेश करने का अभी सही मौका हो सकता है. स्‍मॉल कैप फंडों के हाई रिटर्न को देखते हुए जिन्‍होंने कम समय के लिए पैसों का निवेश किया था, उन्‍हें नुकसान हो सकता है.

कब नहीं होगा नुकसान?

अजित मेनन ने बताया कि आप किसी भी अच्‍छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले फंड को देखेंगे तो पाएंगे कि उसका रिटर्न हमेशा ही बेहतरीन रहा है. भले ही वह स्‍मॉल कैप फंड ही क्‍यों न हो. उन्‍होंने कहा कि इक्विटी एक रिस्‍की एसेट क्‍लास है. किसी भी इंवेस्‍टर को ‘बेहतर रिटर्न मिल रहा है’ के लालच से बचना चाहिए. अगर आपने किसी भी इक्विटी फंड- लार्ज कैप या मिड कैप या फ्लेक्‍सी कैप या स्‍मॉल कैप में मान लीजिए 15 साल के लिए निवेश का प्‍लान किया है तो समय से पहले इक्विटी के निवेश को हाइब्रिड या डेट फंड में ट्रांसफर करते रहें. इससे बाजार में गिरावट आने पर आपको अर्जित रिटर्न का नुकसान नहीं होगा.

म्‍युचुअल फंड निवेशक अभी क्‍या करें?

एस नरेन का कहना है कि म्‍यूचुअल फंडों में निवेश के लिए सिटमैटिक इंवेस्‍टमेंट प्‍लान एक बेहतरीन जरिया है. ये तब और बेहतर काम करता है जब आप कम वैल्‍यूएशन वाले एसेट क्‍लास में निवेश करते हैं. मौजूदा वक्‍त में स्‍मॉल और मिड कैप फंडों की तुलना में लार्ज कैप, फ्लेक्‍सी कैप और हाईब्रिड फंड्स वैल्‍यू के नजरिये से आकर्षक हैं. निवेश की योजना बनाते समय एसेट अलोकेशन का अनुशासन से पालन करना चाहिए.

3, 5 और 10 साल में स्‍मॉल कैप फंडों के रिटर्न

स्‍मॉल कैप फंड का नाम3 साल का रिटर्न5 साल का रिटर्न10 साल का रिटर्न
Nippon India Small Cap23.1131.6621.68
Quant Small Cap Dir21.7141.4920.19
SBI Small Cap Dir16.4524.520.14
Axis Small Cap Dir18.4224.8719.56
Kotak Small Cap Dir16.4827.2719.18
HDFC Small Cap Dir20.3527.2619.03
DSP Small Cap Dir17.9526.9118.18
HSBC Small Cap Dir20.2628.3718.17
Franklin India Smaller Companies Dir22.2126.8517.21
ICICI Pru Smallcap Dir18.2425.7116.06
स्रोत: वैल्‍यू रिसर्च, रिटर्न 7 फरवरी 2025 के अनुसार

डिसक्लेमर– Money9live किसी भी स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह नहीं देता, निवेश से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें. वेबसाइट किसी भी नफा-नुकसान की जिम्‍मेदार नहीं होगी.