SIP में निवेश का कर रहें है प्लान, स्टेप- अप SIP हो सकता है अच्छा ऑप्शन

स्टेप-अप SIP निवेशकों को हर साल अपनी SIP राशि बढ़ाने की सुविधा देता है, जिससे उनकी बचत धीरे-धीरे बढ़ती है. उदाहरण के लिए, यदि आप ₹5,000 मासिक निवेश कर रहे हैं, तो आप हर साल इसे 10-20% तक बढ़ा सकते हैं. यह योजना आय वृद्धि के साथ अधिक बचत करने और बड़े वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करती है.

स्टेप-अप SIP निवेशकों को हर साल अपनी SIP राशि बढ़ाने की सुविधा देता है.

नौकरी मिलने के बाद सेविंग की आदत डालना जरूरी है. पारंपरिक विकल्प जैसे बैंक या पोस्ट ऑफिस की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) सुरक्षित होते हैं, लेकिन उनके रिटर्न कम होते हैं. वित्त सुरक्षा के लिए इनमें कुछ पैसा रखना सही है, लेकिन बचत का एक हिस्सा म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए निवेश करना अधिक लाभदायक हो सकता है. SIP में भी स्टेप- अप SIP अच्छा ऑप्शन हो सकता है.

SIP क्या है?

सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) एक योजना है जिसमें नियमित अंतराल (महीने, तिमाही, या छमाही) पर म्यूचुअल फंड में निश्चित राशि निवेश की जाती है. आप कम राशि से भी शुरुआत कर सकते हैं, जैसे ₹100 या ₹500. SIP में लंबे समय तक निवेश करके बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है. हालांकि, रिटर्न बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है, इसलिए इसमें कुछ जोखिम भी रहता है.

स्टेप-अप SIP क्या है?

स्टेप-अप SIP एक ऐसी निवेश योजना है जिसमें निवेशक हर साल अपनी निवेश राशि को बढ़ा सकता है. यह योजना उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो समय के साथ अपनी आय में वृद्धि की उम्मीद करते हैं और अपने निवेश को भी उसी के अनुसार बढ़ाना चाहते हैं.

उदाहरण, मान लीजिए, आप एक SIP में हर महीने ₹5,000 निवेश कर रहे हैं. स्टेप-अप SIP का विकल्प चुनने पर, आप तय कर सकते हैं कि हर साल इस राशि को 10% या 20% बढ़ाएंगे. इसका मतलब है कि पहले साल ₹5,000 मासिक निवेश करने के बाद, दूसरे साल यह राशि ₹5,500 (10% वृद्धि) या ₹6,000 (20% वृद्धि) हो सकती है.

क्या हैं फायदे

  • बचत में वृद्धि: स्टेप-अप SIP से आपकी बचत धीरे-धीरे बढ़ती है, जिससे लंबी अवधि में एक बड़ा फंड तैयार हो जाता है.
  • महंगाई से निपटने में मदद: आपकी आय बढ़ने के साथ-साथ निवेश राशि भी बढ़ने से महंगाई के प्रभाव को संतुलित किया जा सकता है.
  • लक्ष्यों को पूरा करना: बड़े वित्तीय लक्ष्यों जैसे घर खरीदना, बच्चों की शिक्षा या रिटायरमेंट की तैयारी के लिए यह योजना मददगार होती है, क्योंकि समय के साथ निवेश की गई राशि भी बढ़ती है.
  • लचीलापन: आप अपनी सुविधा के अनुसार निवेश की राशि हर साल बढ़ा सकते हैं, जिससे निवेश पर अधिक नियंत्रण मिलता है.

कैसे काम करता है:

  • आप अपनी SIP शुरू करते समय यह तय कर सकते हैं कि हर साल कितना प्रतिशत बढ़ाना है.
  • यह बढ़ोत्तरी स्वतः हो जाती है, जिससे आपको हर साल मैन्युअली बदलाव करने की जरूरत नहीं होती.
  • यह निवेश की आदत को मजबूत बनाता है और समय के साथ आपके पोर्टफोलियो को बढ़ने में मदद करता है.

कैसे करें निवेश?

सही म्यूचुअल फंड चुनने के लिए पिछले रिटर्न देखना जरूरी है, लेकिन यह भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं देता. SIP लंबे समय में जोखिम कम करता है, इसलिए 2-3 साल का प्रदर्शन देखना बेहतर होता है. अपनी वित्तीय स्थिति और जोखिम क्षमता के आधार पर SIP चुनें और अपनी बैंक से E-Nach या ECS के जरिए ऑटोमेटिक निवेश सेट करें.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी भी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. किसी भी निवेश से पहले स्वयं रिसर्च करें और अपने वित्तीय सलाहकार से चर्चा अवश्य करें. म्यूचुअल फंड बाजार जोखिमों के अधीन हैं.