7वें वेतन आयोग में लागू हुआ था 6 फिटमेंट फैक्टर, इस बार क्या होगा, जानें पूरी स्टोरी
8th Pay Commission Fitment Factor: 8वें वेतन आयोग का गठन 2026 में होगा, और कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने के लिए फिटमेंट फैक्टर तय किया जाएगा. 7वीं वेतन आयोग में बेसिक सैलरी के लिए 2.57 फिटमेंट फैक्टर था. कर्मचारियों की सैलरी में वृद्धि फिटमेंट फैक्टर और पे ग्रेड पर निर्भर करती है.
8th Pay Commission Fitment calculator: 16 जनवरी को केंद्रीय कैबिनेट ने 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दी. यह आयोग अगले साल 2026 में बनेगा. आयोग फिटमेंट फैक्टर तय करेगा, ;जिसके अनुसार कर्मचारियों की सैलरी बढ़ेगी. कर्मचारी संगठनों की मांग है कि 8वें वेतन आयोग के लिए 2.86 का फिटमेंट फैक्टर रखा जाए, लेकिन यह देखना होगा कि आयोग सैलरी फिटमेंट कितना तय करता है. सरकार के इस फैसले के बाद कर्मचारियों के मन में यह सवाल उठ सकता है कि उनकी सैलरी कितनी बढ़ेगी और कैसे. सैलरी बढ़ने के दो मुख्य फैक्टर होते हैं पहला फिटमेंट फैक्टर और दूसरा आपका ग्रेड पे. हालांकि 7वें वेतन आयोग में आयोग ने 6 फिटमेंट फैक्टर तय किया था.
7वें वेतन आयोग में इतने फिटमेंट फैक्टर
7वीं वेतन आयोग ने पे मैट्रिक्स में फिटमेंट फैक्टर 2.57, 2.62, 2.67, 2.72, 2.78 और 2.81 का तय किया गया था. यह इसलिए किया गया था क्योंकी 6वीं वेतन आयोग में PB1, PB2, PB3 और PB4 पे स्केल्स में वेतन वृद्धि में अंतर करने के लिए अपनाया गया था. इसलिए आयोग का मानना था कि अलग-अलग फिटमेंट फैक्टर से पदों के अनुसार सैलरी रेशनलाइज किया जा सकता है.
7वीं वेतन आयोग में सैलरी कैसे तय हुई?
7वीं वेतन आयोग के फिटमेंट टेबल के अनुसार, पहले स्तर का बेसिक सैलरी 18,000 रुपये तय किया गया था और नया फिटमेंट फैक्टर 2.57 तय किया गया था. इसके आधार पर कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी हुई थी.
कैसे बढ़ी थी सैलरी?
कवर फॉक्स के एनालिसिस से समझते हैं कि 7वीं वेतन आयोग के दौरान किस ग्रेड पे की सैलरी कितनी बढ़ी थी.
पे बैंड 1 | (5200 – 20200) | ||||
ग्रेड पे | 1800 | 1900 | 2000 | 2400 | 2800 |
वर्तमान इंट्री पे | 7000 | 7730 | 8460 | 9910 | 11360 |
रेशनलाइज एंट्री पे (2.57) | 7000*(2.57) =18000 | 7730*(2.57) =19900 | 8460*(2.57) =21700 | 9910*(2.57) =25500 | 11360*(2.57) =29200 |
पे बैंड 2 | (9300-34800) | ||||
ग्रेड पे | 4200 | 4600 | 4800 | 5400 | |
वर्तमान इंट्री पे | 13500 | 17140 | 18150 | 20280 | |
रेशनलाइज एंट्री पे (2.62) | 13500*(2.62) =35400 | 17140*(2.62) =44900 | 18150*(2.62) =47600 | 20280*(2.62) =53100 |
पे बैंड 3 | (15600-39100) | ||
ग्रेड पे | 5400 | 6600 | 7600 |
वर्तमान इंट्री पे | 21000 | 25350 | 29500 |
रेशनलाइज एंट्री पे (2.67) | 21000*(2.67) =56100 | 25350*(2.67) =67700 | 29500*(2.67) =78800 |
पे बैंड 4 | 37400-67000 | ||
ग्रेड पे | 8700 | 8900 | 10000 |
वर्तमान इंट्री पे | 46100 | 49100 | 53000 |
रेशनलाइज एंट्री पे (2.57/2.67/2.72) | 46100*(2.57) =118500 | 49100*(2.67) =131100 | 53000*(2.72) =144200 |
फिटमेंट फैक्टर क्या है?
सैलरी में फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा अनुपात है, जो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को तय करने के लिए उपयोग किया जाता है, विशेष रूप से सरकारी कर्मचारियों के मामले में. यह फिटमेंट फैक्टर कर्मचारी की मौजूदा सैलरी और नए वेतनमान के बीच बैलेंस बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है. यह तय करता है कि कर्मचारी की सैलरी को नए वेतन संरचना में किस अनुपात में बढ़ाया जाएगा