8th Pay Commission HRA: वेतन आयोग कैसे कैलकुलेट करता है HRA, अपने शहर के अनुसार जानें रेट
8th Pay Commission मंजूरी मिलने के बाद से कर्मचारियों की सैलरी में हाउस रेंट अलाउंस (HRA) का हिस्सा कितना होगा, अब इसके बारे में चर्चा हो रही है. HRA का मतलब होता है कर्मचारियों के रहने का खर्च. 7वें वेतन आयोग के तहत शहरों को तीन श्रेणियों में बांटा गया था - X, Y और Z. यहां समझे पूरा गणित...
8th Pay Commission HRA Calculator: 8वें वेतन आयोग को मंजूरी मिलने के बाद से फिटमेंट फैकटर्स से लेकर कई फैक्टर्स के आधार पर सब सैलरी को लेकर अपना-अपना कैलकुलेशन बता रहे हैं. लेकिन यहां हम आंकड़ों की और गहराई में जा कर आपको बताएंगे कि सैलरी में HRA का जो हिस्सा होता है वह 8वें वेतन आयोग में कितना बनेगा. फिलहाल ये तय नहीं हुआ है लेकिन 7वें वेतन आयोग के आधार पर आप कैलकुलेशन कर अंदाजा लगा सकते हैं. यहां हम आपको बताएंगे कि 7वें वेतन आयोग के तहत किस शहरवासी को कितना HRA मिल रहा है.
7वें वेतन आयोग के तहत कैसे तय हुआ HRA?
7वें वेतन आयोग के तहत HRA के लिए शहरों को तीन हिस्सों में बांटा गया था. कैटेगरी X, Y और Z. कैटेगरी X शहर के कर्मचारियों की बेसिक पेमेंट का HRA 24% होगा, कैटेगरी Y के लिए 16% और कैटेगरी Z के लिए 8% होगा.
इसके अलावा यह तय किया गया कि, X कैटेगरी में 5400 रुपये, Y कैटेगरी में 3600 रुपये और Z कैटेगरी में 1800 रुपये से कम HRA नहीं दिया जाएगा.
साथ ही जब डीए 25 फीसदी पहुंच जाएगा तब X कैटेगरी में 27 फीसदी, Y कैटेगरी में 18 फीसदी और Z कैटेगरी में 9 फीसदी HRA दिया जाएगा.
इसी तरह जब डीए 50 फीसदी से ज्यादा हो जाएगा तब X कैटेगरी में 30 फीसदी, Y कैटेगरी में 20 फीसदी और Z कैटेगरी में 10 फीसदी HRA दिया जाएगा. अभी इसी आधार पर वेतन में HRA दिया जा रहा है.
अब आप किस शहर में रहते हैं और उस हिसाब से कितना HRA बना था इसकी लिस्ट नीचे देख सकते हैं.
अगर आपको इस लंबी लिस्ट में अपना शहर नहीं दिखा है तो समझ जाइए कि आपका शहर कैटेगरी Z का है.