90 हजार से अधिक टैक्स डिफॉल्टर्स लापता, सरकार ने संसद में बताया 6 लाख करोड़ से अधिक का है बकाया
Direct Tax Defaulters: सरकार ने टैक्स डिफॉल्टर्स के बारे में संसद में जानकारी दी है. हजारों डायरेक्ट और इन डायरेक्ट टैक्स डिफॉल्टर्स के बारे में किसी भी तरह की जानकारी उपलब्ध नहीं है. इसलिए इन्हें लापता घोषित कर दिया गया है. हालांकि, विभाग ने इनका पता लगाने के लिए कई तरह के उपाय किए हैं.
Direct Tax Defaulters: देश में बड़ी संख्या में टैक्स डिफॉल्टर्स लापता है. इनकम टैक्स विभाग इनका पता लगाने के लिए कई तरह के उपाय कर रहा है. सरकार ने टैक्स डिफॉल्टर्स के बारे में संसद में जानकारी दी है. सरकार की तरफ से मंगलवार को संसद में बताया गया कि लगभग 47,674 डायरेक्ट टैक्स डिफॉल्टर्स को लापता घोषित कर दिया गया है. इनपर सरकार का 5.91 लाख करोड़ रुपये से अधिक बकाया है.
इन-डायरेक्ट टैक्सेस के मामले में 31 जनवरी 2025 तक 43,525 करोड़ रुपये बकाया वाले 60,853 टैक्स डिफॉल्टर्स को लापता घोषित किया गया है.
पता लगाने के लिए किए गए उपाय
राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि टैक्स डिफॉल्टर्स से बकाया वसूलने के लिए केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) द्वारा कई कदम उठाए गए हैं. इनमें विभाग द्वारा तैयार किए गए पर्सनल टैक्स डिटेल्स और 360-डिग्री प्रोफाइल जैसे डेटाबेस और FIU-IND जैसी अन्य एजेंसियों द्वारा बनाए गए डेटाबेस को वसूली के लिए एसेट की पहचान करने के लिए फील्ड यूनिट को उपलब्ध कराना शामिल है.
वसूली के लिए समन्वय बनाने का काम
इसके अतिरिक्त, सभी अधिकार क्षेत्रों में बकाया डिमांड के टॉप 5,000 मामलों के संबंध में बकाया डिमांड कलेक्शन की निगरानी करने और वार्षिक कैश कलेक्शन और मांग में कमी के लिए फील्ड फॉर्मेशन को लक्ष्य देने के उपाय किए गए हैं. टैक्स डिफॉल्टर्स से बकाया वसूलने के लिए केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) द्वारा उठाए गए कदमों में इनकम टैक्स विभाग और अलग-अलग बैंकों के साथ समन्वय करने जैसे उपाय शामिल हैं.
इसके अलावा बैंक खातों को कुर्क करना, वित्तीय खुफिया इकाई (FIU-IND) से जानकारी प्राप्त करना भी उपायों में शामिल है. साथ ही CBIC अधिकारी बकाया के सभी मामलों में राज्य राजस्व अधिकारियों के साथ समन्वय करते हैं, जहां डिफॉल्टर्स का पता नहीं लगाया जा सकता है.