म्यूचुअल फंड की कीमतों में गिरावट के बीच ये बैंक दे रहे 9 फीसदी तक ब्याज, यहां चेक करें लिस्ट
वर्तमान में कई स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) 9 फीसदी तक की ब्याज दर दे रहे हैं. ऐसे में आइए आपको बताते है कि इन बैंकों में FD पर तगड़ा ब्याज मिल रहा है. Unity Small Finance Bank और NorthEast Small Finance Bank स्मॉल फाइनेंस बैंकों में सबसे ज्यादा ब्याज दर दे रहे हैं.
RBI ने फरवरी 2025 में रेपो दर में कटौती की थी. इसके बाद कई निवेशक अब फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के लिए सबसे अच्छे ब्याज दर वाले ऑप्शन की तलाश कर रहे हैं. वर्तमान में कई स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) 9 फीसदी तक की ब्याज दर दे रहे हैं. ऐसे में आइए आपको बताते है कि इन बैंकों में FD पर तगड़ा ब्याज मिल रहा है. Unity Small Finance Bank और NorthEast Small Finance Bank स्मॉल फाइनेंस बैंकों में सबसे ज्यादा ब्याज दर दे रहे हैं.
Unity Small Finance Bank 1001 दिन के लिए 9 फीसदी प्रतिवर्ष की ब्याज दर दे रहा है. इसके अलावा 1 साल की FD पर 7.85 फीसदी की ब्याज दर मिल रही है. NorthEast Small Finance Bank 18 महीने 1 दिन से लेकर 36 महीने तक की FD पर 9 फीसदी की ब्याज दर दे रहा है. वहीं 1 साल की FD पर 7 फीसदी ब्याज दर है. Suryoday Small Finance Bank 5 साल के लिए 8.6 फीसदी ब्याज दर दे रहा है और 1 साल की FD पर 8.25 फीसदी ब्याज दर मिल रही है.
Utkarsh Small Finance Bank
Utkarsh Small Finance Bank 2 से 3 साल (1500 दिन) की FD पर 8.5 फीसदी ब्याज दर दे रहा है और 1 साल की FD पर 8 फीसदी ब्याज दर है. ESAF Small Finance Bank 888 दिन की FD पर 8.38 फीसदी ब्याज दर दे रहा है जबकि 1 साल की FD पर 6 फीसदी ब्याज दर है.Equitas Small Finance Bank 888 दिन की FD पर 8.25 फीसदी ब्याज दर दे रहा है, और 1 साल की FD पर 8.1 फीसदी ब्याज दर है.
Jana Small Finance Bank
Jana Small Finance Bank 1 से 3 साल तक की FD पर 8.25 फीसदी ब्याज दर दे रहा है, जो उसकी 1 साल की FD ब्याज दर भी है. Ujjivan Small Finance Bank 18 महीने के लिए 8.25 फीसदी ब्याज दर दे रहा है, और 1 साल की FD पर 8.1 फीसदी ब्याज दर मिल रही है. AU Small Finance Bank 18 महीने के लिए 8.1 फीसदी ब्याज दर दे रहा है, जबकि 1 साल की FD पर 7.25 फीसदी ब्याज दर मिल रही है.
क्या होता है स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB)?
स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) एक बैंकिंग सेक्टर है. इसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया है. इन बैंकों का मकसद उन लोगों को बैंकिंग सेवाएं देना है. यह सामान्य बैंकिंग सुविधाओं से वंचित हैं. SFBs का मेन टारगेट छोटे और सीमांत किसान, छोटे उद्योग, छोटे व्यापार और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोग हैं.