बैंक FD बनाम पोस्ट ऑफिस FD, कौन-सा निवेश बेहतर ?
फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) और पोस्ट ऑफिस एफडी (Post Office Time Deposit) निवेश के लिए दोनों अच्छे विकल्प हैं. दोनों में जोखिम बहुत कम होता है और इन पर अच्छा ब्याज मिलता है. लेकिन सवाल यह है कि इनमें से कौन-सा विकल्प बेहतर है. चलिए जानते हैं पांच साल की अवधि के लिए दोनों में बेहतर कौन है.
आज के समय में लोग अपनी बचत को सही जगह निवेश करना चाहते हैं. वे चाहते हैं कि उनका पैसा सुरक्षित रहे और बेहतर रिटर्न भी दे. ऐसे में बैंक एफडी ( Bank Fixed Deposit) और पोस्ट ऑफिस एफडी (Post Office Time Deposit) दो अच्छे विकल्प हैं. दोनों में जोखिम बहुत कम होता है और इन पर अच्छा ब्याज मिलता है. लेकिन सवाल यह है कि इनमें से कौन-सा विकल्प बेहतर है?
पोस्ट ऑफिस एफडी (Post Office Time Deposit)
पोस्ट ऑफिस एफडी एक सरकारी योजना है, जिसे इंडिया पोस्ट चलाती है. यह पूरी तरह सुरक्षित है क्योंकि इस पर सरकार सॉवरेन गारंटी देती है. ब्याज दरें हर तीन महीने में सरकार तय करती है. पोस्ट ऑफिस एफडी में आप 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल के लिए निवेश कर सकते हैं.
ब्याज दर:
अक्टूबर से दिसंबर 2024 के लिए 5 साल की पोस्ट ऑफिस एफडी पर 7.5% ब्याज मिल रहा है.
टैक्स लाभ:
5 साल की पोस्ट ऑफिस एफडी में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है.
बैंक एफडी
बैंक एफडी निवेश का एक फेमस ऑप्शन है. इसमें आपको अलग-अलग समय अवधि के लिए निवेश की सुविधा मिलती है. साथ ही, इंटरनेट बैंकिंग और लिक्विडिटी जैसी अतिरिक्त सुविधाएं भी मिलती हैं.
ब्याज दर:
बैंक एफडी पर ब्याज दरें बैंक के अनुसार अलग-अलग होती हैं.
जैसे-
एसबीआई (SBI) : 6.50%
आईसीआईसीआई बैंक (ICICI) : 7.00%
डीसीबी बैंक (DCB) : 7.40%
कर लाभ:
टैक्स सेविंग एफडी में निवेश करने पर भी धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है.
सुविधाएं:
बैंक एफडी में लिक्विडिटी, ओवरड्राफ्ट और लचीले निवेश विकल्प मिलते हैं, जो इसे अधिक सुविधाजनक बनाते हैं.
एफडी और टीडी में कौन खोल सकता है अकाउंट?
भारत के सभी नागरिक पोस्ट ऑफिस में अपना अकाउंट खोल सकते हैं. पोस्ट ऑफिस में 10 साल के ऊपर के नाबालिग भी अकाउंट खोल सकते हैं. इसी के साथ भारत का हर नागरिक देश के किसी भी बैंक में एफडी खुलवा सकता है.
कौन-सा बेहतर है?
पोस्ट ऑफिस एफडी उन लोगों के लिए बेहतर है जो पूरी सुरक्षा और स्टेबल ब्याज दर चाहते हैं. यह योजना खासकर जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए बेहतर है. जबकि बैंक एफडी उन निवेशकों के लिए बेहतर है जो लचीलापन, सुविधाएं और कंपटिटिव ब्याज दरें चाहते हैं.
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